हनुमानगढ़ - विश्वास कुमार 
भिक्षावृत्ति सभ्य समाज के लिए एक अभिशाप है। इस बुराई के कारण एक तरफ जहां नौनिहालों का बचपन खात्मे की ओर अग्रसर हो रहा है। वहीं दूसरी तरफ उनके भविष्य का ताना-बाना भी लगातार कमजोर होता है। समाज के प्रत्येक प्रबुद्ध जन को चाहिए कि वह बाल भिक्षावृत्ति की रोकथाम के लिए व्यापक स्तर पर स्वप्रेरित अभियान चलाएं व बच्चों का भविष्य सुदृढ़ करने में अपना योगदान दें। यह बात सीडब्ल्यूसी चैयरमेन जितेंद्र गोयल ने शहर में भिक्षावृत्ति रोकथाम को लेकर चलाए गए अभियान उमंग-1 के दौरान कही। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष गोयल व पुलिस उपनिरीक्षक मांगुराम व पुलिस स्टाफ ने शहर में निरीक्षण कर सड़कों किनारे बैठे घुमंतु परिवारों व ढोली परिवारों को बच्चों से भिक्षावृत्ति नही करवाने की समझाइश की। उपनिरीक्षक मांगुराम व सीडब्ल्यूसी चैयरमेन जितेंद्र गोयल की ओर से बच्चो को पाठ्य सामग्री वितरित की गई गोयल बने कहा पुलिस द्वारा पाठ्य सामग्री वितरण बहुत ही सरहानीय कार्य पाठ्य सामग्री पाकर बच्चों में खुशी की लहर देखने को मिली। बच्चों को शिक्षा से जोड़ने में सीडब्ल्यूसी और पुलिस ने परिवारजनों को मदद का भरोसा दिलाया। 
यह अभियान पुलिस अधीक्षक बाल कल्याण समिति व मानव तस्करी यूनिट के भिक्षावृत्ति रोकथाम को लेकर चल रहे सयुंक्त अभियान उमंग-1 के तहत 1 मई से 31 मई तक जारी रहेगा। गोयल ने बताया कि 31 मई के बाद भी लगातार यह अभियान जारी रहेगा जिससे बच्चों का बचपन बचाया जा सके और उन्हें शिक्षा से जोड़कर मुख्यधारा में लाया जा सके। हनुमानगढ़ शहर मे सड़क के किनारे , स्टेशन व बस स्टैंड ,फाटक के पास झुग्गी झोपड़ी बनाकर अस्थाई रूप से निवास कर रहे घुमंतु वर्ग के परिवारों से मिलकर बच्चों से भिक्षावृत्ति व बालश्रम नही करवाने के लिए समझाइश करते हुए बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए प्रेरित किया गया और भविष्य में रेलवे फाटक,बस स्टैंड, व कही पर भी बच्चो से  भिक्षावृत्ति करते पाये जाने पर परिवारजनों पर प्रभावी कानूनी कार्यवाही की चेतावनी दी गई। इस दौरान सिटी थाना के हैड कांस्टेबल शंकर दयाल, कांस्टेबल दलीप कुमार आदि शामिल रहे।