पाली - मनोज शर्मा 
अखिल राजस्थान महिला एवं बाल विकास संयुक्त कर्मचारी संघ के संस्थापक संरक्षक छोटीलाल बुनकर ने कहा कि बजट घोषणा में सम्मान जनक मानदेय वृद्धि व नियमित करने की घोषणा नहीं करने से प्रदेश के आंगनबाडी मानदेय कर्मियों में असन्तोष बढ़ता जा रहा है। जिसके परिणामस्वरूप  जयपुर में प्रदेश स्तरीय आन्दोलन करने की तैयारियां की जा रही हैं।
कांग्रेस सरकार ने जन घोषणा पत्र (विधानसभा चुनाव 2018) में आगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका व ग्राम साबिन, आशा सहयोगिन सहित सभी संविदा कर्मियों को नियमित करने का वायदा किया था जो 4 वर्ष बाद बीतने के बाद भी पिछली भाजपा सरकार की तरह ही खोखला एवं जुमला साबित हो रहा है। सरकार को इन 2 लाख मानदेय कार्मिकों की सहनशक्तिकी परीक्षा नही लेकर इन्हें नियमित कर्मचारी तत्काल बनाना चाहिए। बुनकर पानी दरवाजा स्थित दादा बाड़ी में आंगनबाड़ी मानदेय कर्मियों की आमसभा को सम्बोधित कर रहे तहस। उन्होंने कहा कि इन महिला कार्मिकों का मानदेय के नाम पर सरकार द्वारा आर्थिक एवं मानसिक शोषण किया जा रहा है। सरकार को कम से कम इन कार्मिकों को न्यूनतम 18000 रूपये मासिक मानदेय एवं सभी के लिए नियमितीकरण का शुलभ रास्ता निकालना चाहिए अन्यथा मांगो का सम्मानजनक हल नहीं निकलने पर आंगनवाडी कार्मिक 1 लाख से अधिक की संख्या में जयपुर में रैली व शक्ति प्रदर्शन कर अपनी मांगों के समर्थन में सरकार पर नैतिक दबाव बनाया जाएगा। इस दौरान जिलाध्यक्ष सुषमा गौड़ ने  सेवा निवृति पर 5 से 10 लाख रूपये नकद व 5 हजार रूपये मासिक पेंशन, ऐ.एन.एम. पदों की भर्ती में 20 प्रतिशत पद आरक्षित करने, ग्राम साथिनों को नियमित पदों पर पदोन्नति करने का अवसर देने एवं महिला पर्यवेक्षक पदों में बढ़ोतरी करने की मांग की ।
सभा को बुनकर के अलावा प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष लक्ष्मी यादव, जोधपुर जिला अध्यक्ष सोनल चितारा, साथिन प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष वन्दना कंवर, बाली से मीना गोस्वामी, रायपुर से सुमित्रा चौरडिया, मारवाड़ जंक्शन से सलमा पठान, रानी से गीता बालोटिया, देसूरी से जसोदा सोलंकी, सोजत से राजकंवर, सुमेरपुर से प्रतिभा तहसील अध्यक्ष सहित ने सम्बोधित किया।