अलवर ब्यूरो रिपोर्ट। 

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नजदीकी माने जाने वाले बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी शुक्रवार को अलवर आए। यहां मीडिया से बातचीत के दौरान दो सवालों के जवाब देते समय एक बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तारीफ करनी पड़ी। लेकिन दूसरे ही सवाल में कहना पड़ गया कि मुख्यमंत्री गहलोत पूरी तरह राजनीति करते हैं। उनका जनता से कोई सरोकार नहीं है। जानिए दोनों सवाल और उनके जवाब।

सवाल : कांग्रेस सरकार पर उनके ही मंत्री भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं। लेकिन पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट तो वसुंधरा राजे सरकार के समय के खनन घोटाले की जांच चाहते हैं? दूसरा वसुंधरा ने गहलोत सरकार को बचाया। यह भी आरोप है?

जवाब :

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की सरकार के समय खनन घोटाले के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बरी कर दी। आरोप सिद्ध नहीं है। ये आपसी राजनीति के कारण हो रहा है। मैं इसका क्या जवाब दूं। इसका जवाब खुद गहलोत ने दे दिया। सचिन पायलट की ओर से वसुंधरा राजे पर जो आरोप लगाए उसका जवाब गहलोत ने दे दिया। गहलोत ने सत्य बोला है। कोर्ट के आदेशों को लेकर बोला है। कम से कम इस मामले में गहलोत ने सच बोला है। गहलोत व वसुंधरा की टूयिनंग अच्छी नहीं है। हमने किसी प्रकार की सरकार नहीं बचाई। सरकार वही गिराना और बचाना चाहते थे। गहलोत ने इस बात का खंडन कर दिया था कि उनकी बातों को गलत तरीके से रखा गया है। यदि इनकाे लगा था कि खान घोटाला हुआ था तो सचिन पायलट के डिप्टी सीएम रहते हुए जांच बिठाते। लेकिन अब आरोप लगाने लगे हैं। ये सब निराधार है। वे आपस में राजनीति कर रहे हैं। पायलट पावर में थे तब जांच क्यों नहीं कराई। लेकिन ये आरोप निराधार हैं। 2008 से 2013 के बीच में माथुर आयोग बना। तब भी वसुंधरा राजे निर्दोष थी।

सवाल : जब गहलोत सत्य बोल रहे हैं तो क्या यह भी सत्य है कि बीजेपी नेता व केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने संजीवनी घोटाला किया है। उनका कहीं बड़ा हाथ है?

जवाब: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पूरी तरह राजनीति करते हैं। जिसे कहते हैं न पूरी तरह राजनीति। ये राजनीति ही है। आज यदि गहलोत राजनीति नहीं करते और प्रदेश कीरक्षा करते तो अच्छा होता। लेकिन व राजनीति करते हैं। बस इतना ही जवाब दे सके।

सवाल: आपकी पार्टी का मुख्यमंत्री चेहरा कौन होगा? अब चुनाव में समय कम है?

जवाब: इसका निर्णय तो केंद्रीय बोर्ड ही तय करेगा। बोर्ड पैनी नजर से देख रहा है। हो सकता है जल्दी नाम आ जाए। जब भी होगा जल्दी सामने आ जाएगा।

सवाल : आपने ये मान लिया कि गहलोत सच बोल रहे हैं?

देखिए, गहलेात सारे काम राजनीति के चलते करते हैं। बिना वोटों के गणित के काम नहीं करते हैं। गहलोत व वसुंधरा राजे की कभी नहीं बनी। गहलोत ने हमेशा वसुंधरा राजे के लिए औछे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं।

सवाल : पायलट कभी भी गजेंद्र सिंह शेखावत पर पलटवार नहीं करते और गहलोत कभी वसुंधरा राजे पर। अच्छी ट्यूनिंग है दोनों पार्टी के नेताओं के बीच ?

जवाब : देखिए माथुर आयोग किसने बनाया। कांग्रेस सरकार ने। इसका जवाब यही है।



(दैनिक भास्कर से साभार)