हनुमानगढ़ - विश्वास कुमार 
क्षेत्र में भाखड़ा सिंचाई प्रणाली से संबद्ध किसानों को उनकी मांग के अनुसार सिंचाई पानी उपलब्ध करवाने से पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को मीडिया के सामने मना कर दिया। पंजाब के मुख्यमंत्री द्वारा भाखड़ा के किसानों को आश्वासन के बावजूद पानी नहीं देने को राजस्थान सरकार में वित्त एवं विकास आयोग के अध्यक्ष राज्यमंत्री पवन गोदारा ने बहुत दुर्भाग्यपूर्ण व आप पार्टी की सरकार की कथनी व करनी में अंतर बताया है। गोदारा ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि क्षेत्र के किसानों की जायज मांग को विभिन्न किसान संगठनों ने प्रमुखता से उठाया था। राज्य सरकार ने भी इंदिरा गांधी नहर में बंदी के दौरान भाखड़ा प्रणाली की नहरों को सरहिंद फीडर के माध्यम से पानी देने का पंजाब सरकार से आग्रह किया था। किसान नेताओं ने हर मंच पर किसानों की बात को ढंग से रखा और राज्य से सांसद हनुमान बेनीवाल की मध्यस्थता में पंजाब के मुख्यमंत्री ने किसानों को आईजीएनपी में बंदी के दौरान सरहिंद फीडर के माध्यम से पानी देने का भरोसा दिलाया था ।सांसद हनुमान बेनीवाल ने मुख्यमंत्री मान को अपना मित्र बताया था व श्री भगवंत मान ने किसान नेताओं को बठिंडा वार्ता के लिये बुलाया था। वार्ता में सकारात्मक आश्वासन देने के बाद भी पंजाब के मुख्यमंत्री का पानी देने से मुकर जाना किसानों के हितों पर कुठाराघात है। गोदारा ने कहा कि इससे साबित होता है कि पंजाब की आप सरकार की कथनी और करनी में भारी अंतर है। पंजाब सरकार राजस्थान को तय हिस्से के अनुसार पानी देने में भी आनाकानी करती है। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी नहर को मजबूत करने के लिए पिछले कई सालों से चरणबद्ध तरीके से बंदी लेकर  रिलाइनिंग व अन्य मरम्मत कार्य किया जा रहा है। इस नहर का सुदृढ़ीकरण होने से भविष्य में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी और राजस्थान पंजाब से अपना तय हिस्सा लेने में सक्षम बन सकेगा। पवन गोदारा ने कहा कि राजस्थान सरकार किसानों को पूरा पानी देने के लिए प्रतिबद्ध है और नहरों की मरम्मत, सिंचाई खालों  का सुदृढ़ीकरण करवा कर गंगानगर- हनुमानगढ़ क्षेत्र में भरपूर पानी देने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने पंजाब सरकार से सरहिंद फीडर के उसके क्षेत्राधिकार में आने वाले 16 किलोमीटर हिस्से की मरम्मत की मांग भी की है।