जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

कांग्रेस मीडिया और पब्लिसिटी सेल के अध्यक्ष पवन खेड़ा ने सचिन पायलट के सीएम अशोक गहलोत पर पलटवार और करप्शन के खिलाफ जनसंघर्ष यात्रा शुरू करने को मजाक बताया। तंज भी कसा। पायलट मामले के समाधान से जुड़े सवाल पर पवन खेड़ा ने दो बार दोहराया कि मजाक का क्या शॉर्टआउट (समाधान) करें? वह दिल्ली में बुधवार को मीडिया से बात कर रहे थे।

पायलट मामले को सॉर्टआउट करने से जुड़े सवाल पर पवन खेड़ा ने कहा- सॉर्टआउट करने लायक तो कुछ है ही नहीं। क्या सॉर्टआउट करें? अब मजाक में कुछ कह दें तो थोड़े ही सॉर्टआउट किया जाता है। मजाक की बात कभी मजाक में ही कह देंगे, जवाब मिल जाएगा मजाक में ही।

जब खेड़ा से पायलट मामले को मजाक बताने पर फिर से सवाल किया गया तो कहा- मुझे मजाक लगा क्योंकि मैं हंसा सुनकर। जिस चीज से मुझे हंसी आई, वह मुझे जोक लगता है। इसलिए मैं हंस लिया। इसलिए मैंने कहा हो सकता है मजाक किया हो।

प्रदेश प्रभारी के ध्यान में है मामला, सही वक्त पर बताया जाएगा
पायलट के धरने की तरह यात्रा को एंटी पार्टी एक्टिविटी बताने के सवाल पर खेड़ा ने कहा- जो कुछ हो रहा होता है, वह प्रभारी के संज्ञान में होता है। प्रभारी सबसे चर्चा के बाद किसी निष्कर्ष तक पहुंचता है। निष्कर्ष क्या निकलता है, उसका सार आपको बताया जाएगा। पूरे मामले की जानकारी प्रभारी को है। हर चीज सार्वजनिक नहीं होती। सार्वजनिक होने का सही वक्त आएगा तो किया जाएगा। वहां के जो प्रभारी हैं, वह पूरे मामले को समझ कर सब से चर्चा करके फिर जो निष्कर्ष निकालेंगे, वह निष्कर्ष साझा करेंगे।

पायलट की यात्रा से एक दिन पहले खेड़ा ने मजाक उड़ाया
पवन खेड़ा का पायलट पर तंजभरा बयान सियासी हलकों में चर्चा का मुद्दा बना हुआ है। सचिन पायलट 11 मई को अजमेर से यात्रा शुरू कर रहे हैं। इस यात्रा को जनसंघर्ष यात्रा नाम दिया है। पायलट की यात्रा से एक दिन पहले पवन खेड़ा का यह बयान कांग्रेस के स्टैंड को बता रहा है। माना जा रहा है कि कांग्रेस फिलहाल पायलट मामले में जल्दबाजी में कोई एक्शन लेने की जगह वेट एंड वॉच की रणनीति अपना रही है।

गहलोत के बयान से तल्खी बढ़ी

सीएम अशोक गहलोत ने रविवार को धौलुपर के राजाखेड़ा के पास एक सभा में पायलट कैंप के विधायकों पर सरकार गिराने के लिए सियासी संकट के वक्त 10 से 20 करोड़ लेने के आरोप लगाए। गहलोत ने कहा था- अमित शाह, धर्मेंद्र प्रधान और गजेंद्र सिंह शेखावत इन सबने मिलकर हमारी सरकार को गिराने का षड्यंत्र किया।

राजस्थान में विधायकों को पैसे बांट दिए। यह लोग वापस पैसा नहीं ले रहे हैं। मुझे चिंता लगी हुई है, ये वापस पैसा क्यों नहीं ले रहे हैं? हमारे विधायकों से मैंने यहां तक कह दिया कि जिसने 10 करोड़, 20 करोड़ लिया है,उसमें से कुछ खर्च कर दिया हो तो वह खर्च किया हुआ पैसा मैं ​दे दूंगा, मैं एआईसीसी से दिलवा दूंगा। आप अमित शाह को पैसा वापस दे ​दीजिए। उसका पैसा मत रखो। उसका पैसा रखोगे तो हमेशा आप पर दबाव बनाकर रखेगा। गहलोत ने 2020 में सरकार नहीं गिराने के लिए वसुंधरा राजे की तारीफ की थी।

पायलट ने पलटवार करते हुए कहा था- गहलोत की नेता सोनिया नहीं, वसुंधरा राजे हैं

सचिन पायलट ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सीएम अशोक गहलोत पर जमकर हमला बोला था। पायलट ने कहा था- मुख्यमंत्री का रविवार को धौलपुर में दिया भाषण सुनकर यह साफ हो गया कि उनकी नेता सोनिया गांधी नहीं वसुंधरा राजे सिंधिया हैं।

एक तरफ मुख्यमंत्री कहते हैं कि बीजेपी सरकार गिराने की साजिश कर रही थी, दूसरी तरफ कहते हैं वसुंधरा राजे सरकार बचा रही थीं। इस विरोधाभास को समझाना चाहिए। 2020 में मुझ पर देशद्रोह के केस में कार्रवाई करने की कोशिश हुई। हम नेतृत्व परिवर्तन करना चाहते थे।

पब्लिक, जज्बात और इमेज भी कोई चीज होती है
पायलट ने कहा- जिन लोगों का पूरा राजनीतिक जीवन सिर्फ पैसे के दम पर पनपा हो, शायद उनको हर चीज में पैसा दिखाई देता है। ऐसा नहीं है। पब्लिक, जज्बात और इमेज भी कोई चीज होती है।

खेड़ा के तंज की सियासी चर्चाएं

पवन खेड़ा ने जिस अंदाज में सचिन पायलट पर तंज कसा है, उसकी सियासी चर्चाएं शुरू हो गई हैं। सचिन पायलट के ताजा बयान और उनकी यात्रा को लेकर किसी केंद्रीय नेता ने इस अंदाज में कोई बयान नहीं दिया है। राजनीतिक जानकार इस बयान को विवाद सुलझाने की जगह इसे सुलगाने वाला मान रहे हैं।