अजमेर ब्यूरो रिपोर्ट।  

देश के उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ अपने एक दिन की यात्रा पर पुष्कर पहुंचे। सुबह 10.30 बजे सेना के विमान एमआई-17 से पुष्कर के पास बने हेलीपैड पर उप राष्ट्रपति पुष्कर पहुंचे। सबसे पहले उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पुष्कर के पवित्र सरोवर पर जाना तय किया गया था, लेकिन अचानक तब्दील कर दी गई। उप राष्ट्रपति सीधा ब्रह्मा मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे हैं। वहीं सुबह 8 से 12 बजे तक आम श्रद्धालु के ब्रह्मा मंदिर में प्रवेश पर पाबंदी लगी है।

ब्रह्मा और जाट शिव मंदिर में की पूजा
वहीं उपराष्ट्रपति के पुष्कर पहुंचने पर विधायक सुरेश रावत, पालिका अध्यक्ष कमल पाठक और प्रशासनिक अधिकारियों ने उनका स्वागत किया, जिसके बाद महामहिम उपराष्ट्रपति धनखड़ अपनी पत्नी सुदेश धनखड़ के साथ जगतपिता ब्रह्मा और जाट शिव मंदिर पहुंचे। उन्होंने दर्शन और पूजा की। इस दौरान ब्रह्मा मंदिर के मुख्य पुजारी कृष्ण गोपाल वशिष्ट ने उन्हें सन 1993 के दौरान महामहिम की पुष्कर यात्रा के दौरान की तस्वीर भेंट की।

तीर्थ पुरोहित संघ सहित पुश्तैनी पुरोहितों में रोष
उपराष्ट्रपति की रविवार को पुष्कर की धार्मिक यात्रा के दौरान ब्रह्मा मंदिर पूजन और दर्शन का कार्यक्रम प्रस्तावित था, लेकिन सतयुगी तीर्थ पुष्कर सरोवर की पूजन का कार्यक्रम प्रस्तावित नहीं किये जाने से। उपराष्ट्रपति के पुश्तैनी पुरोहितों ने नाराजगी जाहिर की है।

पुष्कर में उनके पुरोहित पं. सुमित और हर्ष पाराशर ने एसडीओं के जरिये उपराष्ट्रपति को ऑनलाईन ज्ञापन भिजवाया है। इसके अलावा तीर्थ पुरोहित संघ ट्रस्ट ने भी रविवार को उपराष्ट्रपति के सरोवर पूजन कार्यक्रम को प्रस्तावित नहीं किए जाने पर रोष प्रकट किया है। ट्रस्ट के अध्यक्ष लाडूराम शर्मा ने प्रेस नोट जारी कर सभी तीर्थ पुरोहितों की ओर से नाराजगी जाहिर की है।

करीब 11.45 बजे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ नागौर के लिए रवाना हो गए। इस दौरान अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी, आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ ने उन्हें विदाई दी। वहीं नागौर के मेड़ता में पूर्व केंद्रीय मंत्री मिर्धा के मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। वहीं जगतपिता ब्रह्मा मंदिर में श्रद्धालुओं के दर्शन की व्यवस्था शुरू हो गई है।

पुष्कर में उपराष्ट्रपति के धार्मिक यात्रा के दौरान सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए। हेलीपैड, ब्रह्मा मंदिर, जाट शिव मंदिर सहित प्रस्तावित यात्रा मार्ग पर भारी संख्या में सशस्त्र और सादा वर्दी में सुरक्षा कर्मी तैनात रहे। सवेंदनशील स्थानों पर केवल पासधारी व्यक्तियों को ही उपराष्ट्रपति से मिलने अथवा स्वागत की अनुमति दी गई। इस दौरान चप्पे-चप्पे पर पुलिस सब इंस्पेक्टर से लेकर एएसपी स्तर तक के अधिकारी अधीनस्थ जवानों के साथ मौके पर तैनात रहे। पुलिस लाइन से अतिरिक्त जाप्ता लगाया गया। पुलिस के आला अधिकारी व जवान संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर बनाए रखी। इतना ही नहीं स्थानीय मीडिया को भी महामहिम की कवरेज की अनुमति नहीं दी गई।