जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

कांग्रेस में सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच जारी सियासी जंग को प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कंट्रोल करने की बात कही है। चुनावी साल में कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई पर रंधावा ने कहा- जिस पार्टी, जिस घर में कुछ होता है लड़ाई उसी में होती है। जिस पार्टी, जिस घर में कुछ होता नहीं है तो उसमें क्या होगा? लड़ाई को हम कंट्रोल करेंगे।

रंधावा दो दिन से जयपुर दौरे पर हैं। उन्होंने गुरुवार को जयपुर सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत की। इस दौरान शुक्रवार को दिल्ली में होने वाली कांग्रेस की बैठक में सचिन पायलट के शामिल होने पर सवाल किया गया। रंधावा ने जवाब दिया- इस पर आपको कोई शक है? वे कांग्रेस पार्टी के नेता नहीं हैं क्या? कल आप बैठक में देख लेना जवाब मिल जाएगा।

पायलट ने कांग्रेस को अल्टीमेटम नहीं दिया
सचिन पायलट के अल्टीमेटम पर रंधावा ने कहा- पायलट ने कांग्रेस को कोई अल्टीमेटम नहीं दिया है। जिन्हें अल्टीमेटम दिया है, वे इसका जवाब ​देंगे। मुझे अभी तक कोई अल्टीमेटम नहीं मिला है। अगर कांग्रेस हाईकमान को पायलट अल्टीमेटम देते तो मैं जवाब देता।

दिल्ली में कल विधानसभा चुनाव की रणनीति तय करने के लिए बैठक

कांग्रेस ने कल दिल्ली में चुनावी राज्यों के नेताओं की बैठक बुलाई है। इसमें मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान के चुनावों पर प्रमुखता से चर्चा होगी। प्रभारी रंधावा ने कहा कि कल एआईसीसी में चार राज्यों की बैठक है, चारों राज्यों की चुनावी रणनीति पर बात होगी।

बैठक में सीएम अशोक गहलोत, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, चारों सह प्रभारी सहित कई नेता भाग लेंगे। रंधावा ने पायलट के भी इस बैठक में भाग लेने का दावा किया है।

रंधावा के बयान के सियासी मायने, पायलट के मुद्दे पर सुलह का रास्ता निकालने के संकेत

सचिन पायलट की यात्रा और इसके बाद 15 मई की सभा में अल्टीमेटम देने के मामले में प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा इस मुद्दे पर लगातार संतुलित बयान ही दे रहे हैं। रंधावा के इन बयानों से पायलट के मामले में हार्ड लाइन लेने की जगह बीच का रास्ता निकालकर सुलह करवाने के संकेत मिल रहे हैं। सीएम गहलोत भी पायलट पर आक्रामक होने की जगह एकजुट होकर चुनाव लड़ने और सरकार रिपीट करने की बातें कर रहे हैं। सीएम और प्रभारी के बयानों को सुलह का रास्ता निकालने के संकेतों के तौर पर देखा जा रहा है।

गहलोत ने कहा था- पूरी कांग्रेस एकजुट होकर लड़े
पायलट के अल्टीमेटम के बारे में गहलोत ने कल कहा- मीडिया बातों को ज्यादा फैला देता है, हम उस पर विश्वास नहीं करते हैं। हम मानते हैं कि पूरी कांग्रेस एकजुट होकर लड़े, हम चुनाव जीतकर आएंगे। गहलोत ने चुनावी बैठक पर कहा- हमारे यहां तो अनुशासन होता है, एक बार हाईकमान जो तय कर देता है, उस फैसले को सब मानते हैं। पहले सोनिया थीं, अब खड़गे साहब हैं, राहुल गांधी हैं, ये जब एक बार फैसला कर लेते हैं तो सभी लोग उनके फैसले को मानते हैं और सब अपने अपने काम पर लग जाते हैं।