जोधपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

महंगाई राहत कैम्प में ड्यूटी के दौरान गायब से होकर शराब पीने के कथित आरोपी तहसीलदार को राजस्व मण्डल ने सस्पेंड कर दिया है। कैम्प में उनके नहीं मिलने पर लोगों ने नाराजगी जताई थी। इसके बाद लोगों ने ड्यूटी के दौरान शराब पीने का आरोप भी लगाया।

मण्डल निबन्धक महावीर प्रसाद ने राज्य सरकार से शिकायत प्राप्त होते ही शनिवार को तुरन्त कार्रवाई करते हुए तहसीलदार सस्पेंड कर दिया। दौसा जिले के राहुवास के तहसीलदार कुलदीप मीणा के खिलाफ राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना महंगाई राहत कैम्प में जाने वाले आमजन ने उनकी गैर मौजूदगी पर नाराजगी जताई। जानकारी जुटाने पर लोगों ने उन पर ड्यूटी के दौरान ही शराब पीने का आरोप लगाया।

इसकी उन्होंने उपखण्ड अधिकारी को शिकायत की। उनके द्वारा शिकायत राज्य सरकार को भेजी गई। इसके बाद मण्डल ने राजस्थान सिविल सेवाएं वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील नियम 1958 के नियम 13 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए मीणा को प्राथमिक रूप से दोषी मानते हुए तुरन्त सस्पेंड़ कर विभागीय जांच शुरू कर दी हैं। सस्पेंड के दौरान उसका मुख्यालय राजस्व मण्डल निर्धारित किया गया हैं।