जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

RPSC द्वारा आयोजित वरिष्ठ शिक्षक भर्ती के पेपरलीक मामले में अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एंट्री हो गई है। बता दें कि पेपरलीक में ईडी ने राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा की शिकायत पर इसी महीने आरपीएससी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था। आयोग चेयरमैन व सचिव को ईडी ने नोटिस भी जारी किए थे। पेपरलीक के आरोप में उदयपुर सेंट्रल जेल में बंद आरपीएससी सदस्य बाबू लाल कटारा, मास्टरमाइंड शेर सिंह मीणा व भूपेंद्र सारण से ईडी पिछले सप्ताह ही पूछताछ कर चुकी है। इनके अलावा इसी केस में आरोपी राजीव उपाध्याय, रामगोपाल मीणा, सुरेश विश्नाई, घिमनाराम खिलेड़ी, अनिता मीणा, बाबूलाल के ही पुत्र दीपेश कटारा, गोपाल सिंह, गौतम कटारा व विजय डामोर के बयान भी ईडी ने दर्ज किए हैं। सूत्रों के अनुसार, ईडी को आरोपियों के बयानों के विश्लेषण से पेपरलीक के मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की पुष्टि हुई है। जांच बढ़ने पर अन्य लोगों से भी पूछताछ संभव है। 

स्पेशल कोर्ट की मंजूरी से पूछताछ

ईडी ने पूछताछ के लिए जयपुर स्थित विशिष्ट न्यायाधीश (धन शोधन निवारण अधिनियम 2002) के यहां विधिक फौजदारी प्रार्थना पत्र दाखिल किया था। कोर्ट ने इसे स्वीकार करते हुए 28 अप्रैल को उदयपुर सेंट्रल जेल के अधीक्षक को निर्देश दिया कि वे पेपरलीक के मामले में बेंकरिया व सुखेर थाने में दर्ज मुकदमों में जेल में निरुद्ध बंदियों के बयान लेखबद्ध करवाने की व्यवस्था करवाएं।