बीकानेर ब्यूरो रिपोर्ट।  

बीकानेर में विग में ब्लूटूथ डिवाइस लगाकर नकल कराने के मामले में पुलिस ने मास्टर माइंड तुलछाराम कालेरा को पकड़ लिया है। फिलहाल आरोपी से पूछताछ की जा रही है। अब तक ये सामने आया है कि विग दिल्ली से खरीदी गई थी।

पुलिस जांच में जुटी है विग से नकल किस तरह करवाई और कितने रुपए लिए गए? अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरिशंकर ने तुलछाराम को गिरफ्त में लेने की पुष्टि की है। तुलछाराम ने बीकानेर में स्थानीय निकाय विभाग के राजस्व अधिकारी (RO) की परीक्षा में नकल के लिए विग बनाई थी।

दरअसल, पिछले दिनों बीकानेर के तीन सेंटर्स पर विग से नकल करने के मामले में तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया था। इनमें उदयरामसर में स्थित सावित्री देवी बीएड कॉलेज से महेंद्र ओझा और मुरली सिंह यादव कॉलेज में एग्जाम देने पहुंचे मनोज कुमार को नकल से पहले एग्जाम सेंटर में घुसते वक्त पकड़ा। वहीं, पवन मूंड को एमएम स्कूल से गिरफ्तार किया गया था। नकल के आरोपी महेंद्र ओझा, मनोज कुमार और पवन मूंड की गिरफ्तारी के बाद उनसे पूछताछ की गई।

पूछताछ में तुलछाराम का नाम सामने आया था। तुलछाराम को पकड़ने के लिए पुलिस पिछले कई दिनों से मशक्कत कर रही थी। इस बीच नोखा एसएचओ ईश्वर प्रसाद जांगिड़ को तुलछाराम के बारे में जानकारी मिली। ईश्वर प्रसाद ने ही नागौर से तुलछाराम कालेर को गिरफ्तार कर लिया। शुक्रवार सुबह उसे बीकानेर लाया गया, जहां उससे पूछताछ की जा रही है।

चप्पल के बाद विग से नकल

दरअसल, तुलछाराम चप्पल से नकल करवाने के मामले में गिरफ्तार हो चुका है। आरोप है कि उसने चप्पल में सिम और ब्लूटूथ फिट की थी। तब पुलिस ने उसे व उसके भतीजे पौरव कालेर को गिरफ्तार किया गया। अब आरओ की परीक्षा में विग पहनकर नकल करने के मामले में तीन लोग गिरफ्तार हुए हैं। इन तीनों ने तुलछाराम का नाम लिया।

तीन गिरफ्तार, तीनों तुलछाराम के संपर्क में थे

पवन कुमार मंडा : बीकानेर के निकटवर्ती गांव रासीसर का रहने वाला है। उसका परिवार खेती करता है। मंडा तुलछाराम के संपर्क रहा है। पुलिस पता लगा रही है कि दोनों के बीच में डील हुई है या नहीं? अगर हुई है तो क्या? पवन और तुलछाराम के बीच सालों से संबंध होने का खुलासा हुआ है।

महेंद्र-मनोज : महेंद्र कुमार बीकानेर का रहने वाला है। तीसरा लड़का मनोज कुमार भी बीकानेर का ही रहने वाला है। इन दोनों के भी तुलछाराम से संबंध रहे हैं।