जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा परीक्षा 2022 का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया है। अभ्यर्थी अपना रिजल्ट यूपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर चेक कर सकते हैं। परीक्षा में इशिता किशोर ने टॉप किया है। दूसरे स्थान पर गरिमा लोहिया और तीसरे स्थान पर उमा हरति एन रहे। चौथा स्थान मयूर हजारिका और पांचवां गहना नव्या जेम्स ने हासिल किया।

पुजारी की बेटी की 381वीं रैंक
मेड़ता के नगरसेठ चारभुजानाथ और मीरा मंदिर के पुजारी भगवतीलाल शर्मा की बेटी मुदिता शर्मा का भारतीय सिविल सेवा में चयन हुआ है। मुदिता ने जनरल कैटेगरी में 381वीं रैंक हासिल की है। मुदिता के पिता मेड़ता रोड की सीनियर सेकेंडरी स्कूल में प्रिंसिपल भी है। इससे पहले मुदिता MBBS भी कर चुकी है। जयपुर के अस्पताल में प्रैक्टिस भी कर चुकी है। मुदिता ने दिल्ली के एक कोचिंग इंस्टीट्यूट से यूपीएससी की तैयारी की है।

मुदिता शुरू से ही पढ़ाई में काफी तेज थी। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान 10वीं के एग्जाम में भी प्रदेश में 15वें स्थान पर रहते हुए मेरिट में आई थीं। मुदिता ने 8वीं तक मेड़ता शहर की मीरा बाल स्कूल में पढ़ाई की। उसके बाद 10वीं तक शहर की बालिका उच्च माध्यमिक स्कूल से पढ़ाई की।

गंगापुर सिटी के जयप्रकाश की 85वीं रैंक

गंगापुर सिटी के रहने वाले भरत जयप्रकाश सिंह ने 85वीं रैंक हासिल की है। उन्होंने झारखंड के धनबाद से आईआईटी मैकेनिकल इंजीनियरिंग की है। उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में यूपीएससी में सफलता हासिल की। पहले प्रयास में उन्होंने 624वीं रैंक हासिल की थी। भरत जयप्रकाश ने बताया- उन्होंने सीकर के सीएलसी से 12वीं करने के बाद कोटा से तैयारी की। इसके बाद झारखंड के धनबाद आईआईटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की थी। भरत के पिता टीचर हैं।

झुंझुनूं की बेटी सोनू कुमारी की 208वीं रैंक

झुंझुनूं के खेतड़ी के गौरीर गांव की बेटी सोनू कुमारी पुत्री राजेश मान ने यूपीएससी परीक्षा में 208वीं रैंक हासिल की है। उन्होंने अपनी इस सफलता का श्रेय रिटायर्ड कैप्टन दादा धुकल सिंह मान को दिया है। सोनू कुमारी ने बताया- वह बचपन से पढ़ाई में काफी होशियार थीं। इसको लेकर उनके दादा ने एक सपना देखा था। उसी सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने काफी मेहनत की। पहले ही प्रयास में 208वी रैंक लाकर अपने परिवार का नाम रोशन किया है। उन्होंने बताया कि किसी भी टारगेट को पूरा करने के लिए हार नहीं माननी चाहिए।

भाई दीपक मान ने बताया कि उनके परिवार में सेना से गहरा लगाव था। उनके दादा धुकल सिंह भारतीय में कैप्टन के पद से रिटायर हुए थे। वहीं उनके पिता राजेश मान वर्तमान में भारतीय सेना में नायब सूबेदार के पद पर देहरादून में कार्यरत हैं।

जयपुर के अभिजीत की 440वीं रैंक

वहीं, जयपुर के गोपालपुरा अर्जुन नगर में रहने वाले अभिजीत ने देशभर में 440वीं रैंक हासिल की है। अभिजीत के पिता अनूप सिंह ने बताया कि यह अभिजीत का दूसरा अटेम्प्ट था। इससे पहले उसने मुंबई में बीटेक के साथ ही यूपीएससी की तैयारी की थी। पहली बार मेंस एग्जाम में रह गया था। ऐसे में इस बार उसने और ज्यादा मेहनत के साथ फिर से UPSC की तैयारी की। उसी का परिणाम है कि अभिजीत इस बार सफल हुआ है।

बीकानेर की बेटी का IPS बनना तय, लेकिन IAS बनना सपना
बीकानेर की अनुप्रिया चौधरी को यूपीएससी में 239वां स्थान मिला है। ऐसे में उसका आईपीएस बनना तय माना जा रहा है, लेकिन वो आईएएस बनना चाहती हैं।

बीकानेर में हेल्थ डिपार्टमेंट में संयुक्त निदेशक डॉ. देवेंद्र चौधरी की बेटी अनुप्रिया फिलहाल दिल्ली में है। पिता डॉ. देवेंद्र चौधरी का कहना है कि वो शुरू से ही अफसर बनना चाहती थी। अनुप्रिया ने हमेशा सर्वोच्च मेरिट में ही स्थान बनाया है।

अनुप्रिया ने जयपुर के MNIT से बीटेक किया है। बीटेक करने के साथ ही उसने UPSC की तैयारी शुरू कर दी थी। अनुप्रिया ने चौथी बार इस परीक्षा को दिया है, चारों ही बार उसने मेन एग्जाम क्लियर किया। दूसरी बार इंटरव्यू दिया है।

सीकर के मुकेश ने चौथे अटेम्प्ट में क्लियर किया एग्जाम
सीकर के लक्ष्मणगढ़ में रहने वाले मुकेश ढाका ने 755वीं रैंक हासिल की है। वे हापास गांव के रहने वाले हैं। इनके पिता चिमन सिंह ढाका जयपुर शासन सचिवालय में जॉइंट एलआर के पद पर हैं। बड़े भाई कैलाश ढाका ने बताया कि मुकेश ने जयपुर में रहकर पढ़ाई की है। ये मुकेश का यह चौथा अटेम्प्ट था।

सीकर के पंकज ने खुद पढ़ाई कर हासिल किया मुकाम
सीकर के ही खंडेला के रहने वाले पंकज वर्मा ने ऑल इंडिया 515वीं रैंक हासिल की है। वे गांव धीरजगढ़ के रहने वाले हैं। पंकज वर्मा ने बताया- उन्होंने यह सफलता घर से सेल्फ स्टडी करते हुए हासिल की है। ऑनलाइन टेस्ट सीरीज से 8 घंटे पढ़ाई करते थे। इस दौरान सोशल मीडिया से दूरी बनाकर रखी। सिर्फ पढ़ाई के लिए ही सोशल मीडिया का यूज करते थे। यह उनका पहला इंटरव्यू था। वहीं तीसरा अटेम्प्ट था।

गंगापुर सिटी के हिमांशु की 288वीं रैंक बनी
गंगापुर सिटी के रहने वाले हिमांशु मंगल ने 288 वीं रैंक हासिल की है। हिमांशु मंगल के पिता बालमुकुंद मंगल की गंगापुर सिटी में अस्पताल रोड पर मेडिकल शॉप है। मां सीमा मंगल गृहणी है। हिमांशु मंगल ने सीनियर सेकेंडरी शिक्षा डीएस सांइस अकेडमी से 2013 में पास की। उन्होंने आईआईटी मुंबई से इंजीनियरिंग करने के बाद पुणे में सर्विस की। हिमांशु मंगल ने UPSC की तैयारी अपने घर पर सेल्फ स्टडी करके की।

पाली के राकेश की प्रशासनिक सेवा में 773वीं रैंक
पाली जिला के छोटे से गांव बूसी के राकेश कुमार पुत्र अमराराम घांची ने भारतीय प्रशासनिक सेवा में 773वी रैंक हासिल की है। उन्होंने 10वीं तक की पढ़ाई बूसी गांव में की। फिर आईआईटी खड़गपुर से ग्रेजुएशन किया। तीसरे प्रयास में उन्होंने 773वीं रैंक हासिल की।

बता दें कि 18 अप्रैल तक यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के इंटरव्यू चले थे। इंटरव्यू राउंड की शुरुआत 30 जनवरी से हुई थी। मुख्य परीक्षा में सफल होने वाले लगभग 2,529 उम्मीदवारों को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया था। यूपीएससी ने सिविल सेवा परीक्षा 2022 के तहत आईएएस, आईपीएस समेत सर्विसेज में 1011 पदों पर भर्ती निकाली थी।

इतने कैंडिडेट्स हुए क्‍वालिफाई

फाइनल रिजल्‍ट में कुल 933 कैंडिडेट्स का सिलेक्शन हुआ है। इनमें से 345 कैंडिडेट्स जनरल, 99 ईडब्ल्यूएस, 263 ओबीसी, 154 एससी और 72 एसटी कैटेगरी से है। 178 कैंडिडेट्स की रिजर्व लिस्‍ट भी तैयार की गई है। IAS पदों पर चयन के लिए 180 कैंडिडेट्स शॉर्टलिस्‍ट हुए है।