पाली - मनोज शर्मा 
शहर के एक मैरिज गार्डन के सीवरेज चैम्बर की सफाई के दौरान जहरीली गैस की चपेट में आकर तीन युवकों की  मौत हो गई है। तीनों शवो को बांगड़ अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है जिनका अभी तक पोस्टमार्टम नहीं हो सका है। 
मैरिज गार्डन संचालक की लापरवाही के चलते सुरक्षा मानकों के पूरा नहीं करने के कारण हुए इस हादसे में तीन युवकों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। हादसे के बाद अब मृतकों के परिजन मैरिज गार्डन संचालक के खिलाफ कार्रवाई की  मांग पर अड़े हैं।
इस हादसे में तीन युवकों की जान चली गई है जबकि एक युवक बच गया है, जिसका उपचार जारी है वहीं दूसरी ओर इस हादसे की सूचना पर प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे और हादसे के सम्बंध में जानकारी जुटाई। यह हादसा  सुमेरपुर रोड के निकट केशव नगर में स्थित सेंचुरी गार्डन में देर रात करीब 2 बजे उस वक्त हुआ जब यहां ये युवक हौद की सफाई के लिए इसके अंदर उतरे थे। अभी तक की जानकारी में यह सामने आया है कि बीती रात्रि पांच सफाईकर्मी इस मैरिज गार्डन के सीवरेज चैंबर में भर चुके वेस्ट की सफाई करने आए थे और एक युवक को बाहर ही छोड़कर रस्सा देकर शेष 4 युवक इसके अंदर उतर गए थे।  सीवरेज चैम्बर के अंदर जाने पर उसमें बनी जहरीली गैस की चपेट में आने से  दम घुटने से तीनों युवक बेहोश होकर हौद में ही गिर गए। जब बाहर रस्सा लेकर खड़े युवक को पता चला कि उसके तीनों साथी अंदर बेहोश हो गए हैं तो वह तुरन्त सीवरेज चेम्बर में  फंसे अपने साथियों को बचाने के लिए रस्से की मदद से हौदी के अंदर गया। हौदी के अंदर उतरते ही उसकी भी वही स्थिति होने लगी जैसी जहरीली गैस से उसके साथियों की हुई थी। गनीमत यह रही कि वह भी इस जहरीली गैस की चपेट में आकर दम घुटने से बेहोश होने से पहले ही सीवरेज चेम्बर से बाहर आ गया और उसकी जान बच गई।
इनकी गई जान
इस दर्दनाक हादसे में वाल्मीकि बस्ती निवासी 28 वर्षीय विशाल  पुत्र चैनाराम वाल्मीकि, 22 वर्षीय करण पुत्र मुकेश वाल्मीकि सहित 20 वर्षीय भरत पुत्र अनिल वाल्मीकि की मौत हो गई। इन तीनों के शवों को आज तड़के करीब 4 बजे हौद से बाहर निकाला जा सका और इसके  बाद तीनों शवों को बांगड़ अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। इस  हादसे की सूचना मिलने पर नगर परिषद टीम और कोतवाली, औद्योगिक थाना पुलिस मौके पर पहुंचे और  नगर परिषद के मड पंप से सीवरेज चैंबर से कचरा निकाल कर चेम्बर को साफ किया गया। 
*शवों को लेने से किया इनकार*
अब मृतक युवकों के परिजन एवं समाजबन्धुओं ने आश्रितों को 50-50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता, प्रधानमंत्री जन आवास में मकान एवं घायल युवक को भी उचित मुआवजा देने की मांग करते हुए शवों को लेने से इनकार कर दिया है।