हनुमानगढ - विश्वास कुमार 
सरस्वती कान्वेंट स्कूल के प्रांगण में 12वीं की परीक्षा में उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त करने पर प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। मुखर्जी कॉलोनी में स्थित सरकारी स्कूल के प्रधानाचार्य श्री राजेंद्र सिंह सक्सेना की पुत्री कनिष्का ने कला वर्ग में 97 अंक प्राप्त कर जिला स्तर पर दूसरा स्थान प्राप्त किया ।वहीं संयम लड्डा पुत्र श्री सुरेंद्र लड्ढा ने वाणिज्य वर्ग में 96.6% अंक प्राप्त कर जिला स्तर पर तीसरा स्थान प्राप्त किया। सुखप्रीत कौर पुत्री श्री नरसिंह ने 10 वीं में 98% व 12वीं कला वर्ग में 88.4% अंक प्राप्त किए ।  कनिष्का का सपना भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाना है।  कनिष्का ने कहा ने कहा कि मेरे  पिताजी मेरे आदर्श है उन्होंने मुझे इस मुकाम पर पहुंचाने में ना केवल मेरा  सहयोग किया अपितु समय-समय पर मेरा मार्गदर्शन भी  किया। साथ ही कनिष्का ने सरस्वती कान्वेंट स्कूल और उसके संस्थापक श्री राजेश  दादरी जी का भी हार्दिक धन्यवाद किया कि उन्होंने अपने स्कूल में उन्हें बुलाकर सम्मानित किया।
संयम लड्ढा और सुखप्रीत कौर जो सरस्वती कान्वेंट स्कूल में दसवीं की परीक्षा  उत्कृष्ट प्रदर्शन  कर अगले पड़ाव की ओर बढ़े ने कहा कि हमें  गर्व है कि हम सरस्वती कान्वेंट स्कूल से पढ़े हुए हैं हमारी मजबूत नींव सरस्वती कान्वेंट स्कूल से ही पड़ी है। जहां ना केवल हमने शिक्षा ग्रहण की अपितु हमारा संपूर्ण विकास भी यहीं पर हुआ। हमने यहां पर अपना बचपन बिताया है हमारी इस स्कूल से भावनाएं जुड़ी हैं ।यहां के अध्यापिका श्रीमती सीमा महेश्वरी, श्रीमती मोनिका शर्मा व संस्थापक राजेश जी दादरी ने समय-समय  पर शिक्षा  के साथ-साथ  हमारा उचित मार्गदर्शन भी किया । जिसके परिणाम स्वरूप हम इस मुकाम तक पहुंच पाने में सक्षम हुए ।हम सरस्वती कान्वेंट स्कूल व सभी आदरणीय गुरुजनों का हार्दिक धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने हमारी इस उपलब्धि पर हमें स्कूल में बुलाया और हमारा सम्मान बढ़ाया । हम स्कूल से यह वादा करते हैं कि हम आगे भी इसी तरह से अपने स्कूल और अपने परिवार का नाम रोशन करते रहेंगे।
सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि श्री मधुसूदन शर्मा व श्री राधाकृष्ण सिंगला  ने भी सरस्वती कान्वेंट स्कूल का हार्दिक आभार प्रकट किया और कहा कि हम आशा करते हैं कि इस तरह के सम्मान समारोह होते रहने चाहिए और प्रतिभाओं का सम्मान होता रहना चाहिए इससे  समाज को  सकारात्मक संदेश मिलता है।