जोधपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

जेएनवीयू के बीए फाइनल के राजनीति विज्ञान का पहला पेपर आउट हुए 15 दिन बीत चुके हैं, लेकिन विवि ने इस पेपर को अब तक रद्द नहीं किया है। मामले में जिम्मेदारों के खिलाफ भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। पेपर रद्द नहीं होने की वजह से स्टूडेंट्स अभी तक असमंजस में हैं। बीए फाइनल नियमित व प्राइवेट स्टूडेंट्स की 21 अप्रैल को राजनीति विज्ञान के अंतरराष्ट्रीय संबंध विषय की परीक्षा थी। यह सुबह 11 बजे शुरू होने वाली थी, लेकिन इसके शुरू होने से पहले ही पेपर में आने वाले सवालों की फोटो वाट्सएप पर आ गई।

ये पेपर कुलपति प्रो. केएल श्रीवास्तव व परीक्षा समन्वयक प्रो. केआर गेनवा के फोन पर भी सुबह 10:35 बजे तक पहुंच चुके थे। 11 बजे पेपर शुरू हुए तो हूबहू वे ही सवाल आए, जो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। इसके बावजूद पूरे संभाग में विश्वविद्यालय ने परीक्षा आयोजित कर ली। विवि के जिम्मेदारों ने इस संबंध में कोई जवाब नहीं दिया, उनका कहना था कि प्रकरण की जांच के संबंध में प्रो. आरके यादव की अध्यक्षता में कमेटी गठित की है। निर्णय कुलपति लेंगे।

कमेटी ने भी सौंप दी रिपोर्ट
जेएनवीयू ने मामले में 3 प्रोफेसर्स की कमेटी का गठन किया था। कमेटी सदस्य 27 अप्रैल तक सभी जगह जाकर आ गए थे और उन्होंने 28 अप्रैल को विवि को रिपोर्ट भी सुपुर्द कर दी थी। कमेटी ने भी यह स्वीकार किया था कि पेपर आउट हो गया था, लेकिन इसके बावजूद विवि न इस संबंध में कोई निर्णय नहीं ले पाया और न ही किसी कॉलेज अथवा अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई की।

हनुमानराम पकड़ से बाहर
वाट्सएप पर पेपर वायरल करने के मामले में सांचौर पुलिस ने दो छात्रों को पकड़ा था। ये स्टूडेंट्स सरस्वती कॉलेज के थे। जांच में पता चला कि उनके पास ये पेपर श्री हरी महाविद्यालय कोटड़ा के स्टूडेंट अनिल उर्फ हनुमानराम से था। सांचौर के एडिशनल एसपी दशरथ सिंह ने बताया कि पुलिस अनिल की तलाश में लगी है।