इंडोनेशिया और ऑस्ट्रेलिया से सटा 90 लाख लोगों की आबादी का 4.6 लाख वर्ग किलोमीटर में फैला पपुआ न्यू गिनी 1975 में जन्मा देश है जिसका इतिहास काफी रोचक है। पपुआ एक मलय भाषा का शब्द है जिसका मतलब होता है उलझे बालों वाले लोग। इंडोनेशिया में भी इस नाम का एक द्वीप है जिसे इंडोनेशियाई पपुआ कहा जाता है। यह स्वतंत्र देश पपुआ भी इंडोनेशियाई द्वीपों का ही एक हिस्सा है जिसे सन 2002 में इंडोनेशिया की संसद ने एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में स्वीकृति दे दी। पपुआ 1884 से एक ब्रिटिश कॉलोनी बना। न्यू गिनी नाम स्पेन के एक खोजी ने कुछ टापुओं को दिया जिसे आगे चलकर जर्मन साम्राज्य ने अपनी कॉलोनी बना लिया। प्रथम महायुद्ध में ऑस्ट्रेलिया ने हमला करके जर्मनी से इस कॉलोनी को छीन लिया। गिनी कई टुकड़ों में बंटा हुआ भूभाग बन गया। फ्रेंच गिनी, पुर्तगीज गिनी जिसे गिनी बिस्सौ भी कहा जाता था और स्पेनिश गिनी। इस तरह से चार गिनी हुआ करती थी। अब ये सब मिलकर पपुआ न्यू गिनी ( पी एन जी ) नामक देश बन गए है।

समुद्र तट पर बसा पोर्ट मोरेस्बी इस देश की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है। यहां की आबादी का 80 प्रतिशत भाग जंगलों में बसे गांवों में रहता है जिन्हे देश नाम की चीज का कोई ज्यादा अता पता नहीं है। ये स्थानीय लोग अपने ही कानूनों से चलते हैं तथा इन्हें समुद्र के तट पर बसी सरकार के ज्यादा वास्ता नहीं है। यही कारण है कि पी एन जी दुनिया के सबसे अधिक अपराधों वाली भूमि है। यहां के 90 प्रतिशत निवासियों को राजधानी में आने जाने वालों और वहां की घटनाओं से कोई वास्ता नहीं होता है। कहने को आज भी ब्रिटेन के राजा चार्ल्स तृतीय इस देश के राष्ट्रध्यक्ष हैं जिनका प्रतिनिधि गवर्नर जनरल पी एन जी की संसद चुनती है। भारत के राष्ट्रपति की तरह गवर्नर जनरल एक सांकेतिक और अलंकारिक पद है। सरकार की शक्ति यहां भी प्रधानमंत्री के हाथ में होती है परंतु उनका प्रभाव भी शहरों और मुख्यतया राजधानी तक ही प्रभावकारी है।

आर्थिक दृष्टि से पी एन जी के लोगों का बहुमत तो काफी गरीबी में जीवन बिताता है पर सत्ता में जमे लोग यहां के सोने, पेट्रोल, गैस और तांबे की खानों से बड़ा धन कमाते हैं। यहां की तंबागपुरा खान विश्व की प्रमुख सोने की खान है। पेट्रोल और गैस के भंडारों पर अमेरिका की शेवरों कॉर्प का अधिकार है। पपुआ जैविक विविधता के बारे में भी जाना जाता है। इसके अलावा यह देश गोताखोरी की एक विधि स्नोर्कलिंग और अनछुए द्वीपों के लिए भी प्रसिद्ध है। इस देश में विश्व का तीसरा सबसे बड़ा बरसाती वनों का समूह भी है। नब्बे लाख की आबादी वाले इस देश में कोई एक हजार तरह की सांकृतिक विविधता वाले लोग रहते हैं जो 839 तरह की भाषाएं बोलते हैं। इस तरह से यह देश विविधता के मामले में विश्व में सर्वोच्च स्थान रखता है। द्वतीय विश्व युद्ध में यहां जापानियों ने जोरदार हमला किया था जो इसके सामरिक महत्व को इंगित करता है। इस भूमि की एक और विशेषता है कि यहां दुनिया की जहरीली चिड़ियां भी रहती हैं। यहां की कंगारू जमीन की बजाय पेड़ों पर रहती हैं। इस तरह से पी एन जी प्राकृतिक सौंदर्य और मनुष्य की आपराधिक प्रकृति का एक विचित्र सा संगम है। घूमने वाले पर्यटकों को यहां बहुत सावधानी बरतनी पड़ती है वरना जान से हाथ धोना कोई बड़ी बात नहीं है क्योंकि यहां कुछ वनवासी लोग नरभक्षी भी हैं।