बांसवाड़ा ब्यूरो रिपोर्ट।  

आदिवासी इलाके में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का महंगाई राहत कैंपों के दौरे में सियासी शक्ति प्रदर्शन की झलक मिलनी शुरू हो गई है। गहलोत समर्थक मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने खुलकर अशोक गहलोत को चौथी बार सीएम बनाने की मांग उठाकर सियासी चर्चाएं छेड़ दी हैं। मालवीय ने तो यहां तक कह दिया उनका बस चले तो आज ही गहलोत के नाम की वोटिंग करवा लें। मालवीय बांसवाड़ा जिले में महंगाई राहत कैंप के बाद सीएम की सभा में बोल रहे थे।

मंत्री मालवीय ने कहा- आदिवासी समाज ने सीएम गहलोत को चौथी बार मुख्यमंत्री बनाने का वादा किया है। यहां की जनता कह रही है कि हम आपको चौथी बार मुख्यमंत्री बनाकर ही रहेंगे।


वोट चाहे अर्जुन बामणिया को दो या मुझे, सीएम तो गहलोत ही बनेंगे

मालवीय ने स्थानीय भाषा में कहा- विरोधी पार्टी के लोग कितनी बातें कर लें लेकिन वोट कांग्रेस को देना है। वोट चाहे अर्जुन बामणिया को दोगे तो भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही बनेंगे। महेंद्रजीत मालवीय को वोट दोगे तो भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बनेंगे। मैं पांच साल मंत्री बनूंगा।

बीजेपी का राज आ गया तो पेंशन, सिलेंडर, बीमा कुछ नहीं मिलेगा
मालवीय ने सभा में जनता से कहा- ताली के साथ वोट भी देना। अगर बीजेपी का राज आ गया तो ये पांच सौ में गैस की टंकी, पेंशन , बीमा वगैरह कुछ नहीं मिलगा। बीजेपी आते ही सब बंद कर देगी। इन सब स्कीम्स को जारी रखना है तो वोट देना होगा। ऐसा नहीं हो कि खाए किसी का और गीत किसी और के गाएं।

सीएम की सभा में विरोधी मंत्री नजदीक आए लेकिन टॉप लेवल पर खींचतान
आदिवासी इलाके में बांसवाड़ा के अंबापुरा में हुई सीएम गहलोत की सभा में दो धुर विरोधी मंत्री अर्जुन बामणिया और म​हेंद्रजीत सिंह मालवीय चुनाव से पहले सियासी कुटुता छोड़कर एक नजर आए। इस इलाके में मालवीय और बामणिया के बीच वर्चस्व की जंग चलती है, लेकिन बामणिया के इलाके में हुई सभा में मालवीय ने सीएम की सभा में उनकी तारीफ करके कटुता मिटाने का मैसेज दिया।

गहलोत को चौथी बार सीएम बनाने का नारा देकर गुटबाजी,खींचतान को हवा

कांग्रेस में अशोक गहलोत को चौथी बार सीएम बनाने का नारा सियासी खींचतान बढ़ाने वाला माना जा रहा है। सचिन पायलट खेमा इसका विरोध कर रहा है। चुनावों से पहले चेहरों की लड़ाई फिर शुरू हो गई है। मालवीय से पहले कई गहलोत समर्थक मंत्री विधायक भी इसी तरह के बयान दे चुके हैं। महंगाई राहत कैंप की सभा में गहलोत को चौथी बार सीएम बनाने की खुलकर आवाज उठाने को गहलोत के शक्ति प्रदर्शन से जोड़कर देखा जा रहा है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि गहलोत की आदिवासी इलाके में हुई इस सभा से स्थानीय नेताओं के मतभेद दूर करने का मैसेज भले चले जाए लेकिन टॉप लेवल भारी खींचतान होने की आहट शुरू हो गई है।

महंगाई राहत कैंपों में गहलोत खेमे को मौका
महंगाई राहत कैंप सरकारी कार्यक्रम हैं, लेकिन इसके बाद होने वाली सभाएं राजनीतिक कार्यक्रम होते हैं। इस कार्यक्रम को डिजाइन इस तरह किया है कि महंगाई राहत कैंप के सरकारी कार्यक्रम के बगल में ही सीएम की सभा रखकर लाभार्थी सम्मेलन कर लिया जाता है। महंगाई राहत कैंपों के बाद होने वाली सभाओं में अब तक गहलोत खेमे के नेता ही हावी रहते आए हैं। इन कैंपों के जरिए गहलोत खेमा ही ​आगे दिख रहा है।