बीकानेर ब्यूरो रिपोर्ट। 

राज्य में इंग्लिश मीडियम स्कूलों का कैडर अलग बनाने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है। अलग कैडर बनाने के नियम बनाए गए हैं। इन नियमों में तृतीय श्रेणी शिक्षक के लिए एक जिले से दूसरे जिले में चयनित होने की छूट भी दी गई है। अब राज्य का किसी भी जिले का शिक्षक किसी अन्य जिले में इंग्लिश मीडियम स्कूल के लिए इंटरव्यू देकर चयनित हो सकेगा।

दूसरी और नियमों में प्रावधान किया है कि अन्य जिले में जाने वाले शिक्षक की वरिष्ठता अपने पूर्व जिले और मंडल में यथावत रहेगी। इससे उसकी पदोन्नति प्रभावित नहीं होगी। इंग्लिश मीडियम स्कूलों में 17 वर्ग के पद निर्धारित किए गए हैं। इनमें कक्षा शिक्षण करवाने वाले पदों पर अंग्रेजी बोलने और अंग्रेजी में पढ़ाने में दक्ष शिक्षकों का ही चयन होगा। जबकि शेष गैर शैक्षिक पदों पर केवल अंग्रेजी भाषा में कार्य में दक्ष होने वाले चयनित हो सकेंगे।

शिक्षा निदेशालय स्तर से ग्रीष्मावकाश के दौरान नए नियमों के तहत साक्षात्कार कर नए शिक्षा सत्र से सभी इंग्लिश मीडियम स्कूलों को शिक्षक उपलब्ध करवाने की तैयारी की जा रही है। राज्य में वर्तमान में ऐसे स्कूलों की संख्या 2750 हो गई है। लेकिन सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाने वाले शिक्षकों का अभाव रहा है। इन स्कूलों में शिक्षक नहीं मिलने का एक मूल कारण तृतीय श्रेणी अध्यापक को अपने जिले में ही और द्वितीय श्रेणी अध्यापक को अपने मंडल में ही चयन का अवसर दिया जाना भी रहा है।

रिक्त पदों की मांगी रिपोर्ट :

माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने जिलेवार अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पदों की सूचना मांगी है। यह सूचना आने के बाद वॉक इन इंटरव्यू का कैलेंडर जारी किया जाएगा। शिक्षा विभाग में कार्यरत अंग्रेजी में दक्ष शिक्षक ही इन पदों पर लगने के लिए आवेदन के पात्र होंगे।

नए 1100 स्कूलों में लेवल वन के 5 शिक्षक लगेंगे :

शिक्षा विभाग में पिछले साल तक 1650 अंग्रेजी स्कूल संचालित हो रहे थे। इस सत्र में करीबी 1100 स्कूल और शुरू किए गए हैं। इन स्कूलों में पहले सत्र में पहली से पांचवी कक्षा में अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई होगी। प्रत्येक स्कूल में लेवल वन के पांच शिक्षक लगाए जाएंगे। अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में चयन के बाद शिक्षकों का शिक्षा सत्र के बीच में वापस हिंदी माध्यमिक स्कूलों में जाना संभव नहीं होगा। बदलाव के लिए प्रतिवर्ष नई चयन प्रक्रिया शुरू होने से पहले आवेदन लिए जाएंगे।

जिले और मंडल की बाध्यता भी हटाई, जून में होंगे वॉक इन इंटरव्यू

अंग्रेजी माध्यम स्कूल में शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने के लिए आगामी जून माह में वॉक इन इंटरव्यू आयोजित किए जाएंगे। जिसके लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशालय स्तर पर तैयारियां शुरू हो गई हैं। नए नियमों के तहत अंग्रेजी स्कूलों में शिक्षकों का चयन एक वर्ष के लिए होगा। इसके बाद उनकी परफॉर्मेंस का आकलन किया जाएगा। नियमों पर खरा नहीं उतरने वाले शिक्षकों को वापस मूल स्थान पर भेज दिया जाएगा।

अंग्रेजी मीडियम स्कूलों में शिक्षकों का चयन अब नए नियमों के तहत होगा। संविदा भर्ती से चयनित होने वाले 9712 शिक्षकों को ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में पोस्ट दी जाएगी। शहरी क्षेत्र के स्कूलों में इंटरव्यू के जरिए शिक्षा विभाग में कार्यरत अंग्रेजी में दक्ष शिक्षकों को लगाया जाएगा। अंग्रेजी मीडियम से 12वीं और यूजी किए हुए शिक्षकों को प्राथमिकता दी जाएगी।
-गौरव अग्रवाल, निदेशक, माध्यमिक शिक्षा

राज्य में इंग्लिश मीडियम स्कूलों का कैडर अलग बनाने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है। अलग कैडर बनाने के नियम बनाए गए हैं। इन नियमों में तृतीय श्रेणी शिक्षक के लिए एक जिले से दूसरे जिले में चयनित होने की छूट भी दी गई है। अब राज्य का किसी भी जिले का शिक्षक किसी अन्य जिले में इंग्लिश मीडियम स्कूल के लिए इंटरव्यू देकर चयनित हो सकेगा।

दूसरी और नियमों में प्रावधान किया है कि अन्य जिले में जाने वाले शिक्षक की वरिष्ठता अपने पूर्व जिले और मंडल में यथावत रहेगी। इससे उसकी पदोन्नति प्रभावित नहीं होगी। इंग्लिश मीडियम स्कूलों में 17 वर्ग के पद निर्धारित किए गए हैं। इनमें कक्षा शिक्षण करवाने वाले पदों पर अंग्रेजी बोलने और अंग्रेजी में पढ़ाने में दक्ष शिक्षकों का ही चयन होगा। जबकि शेष गैर शैक्षिक पदों पर केवल अंग्रेजी भाषा में कार्य में दक्ष होने वाले चयनित हो सकेंगे।

शिक्षा निदेशालय स्तर से ग्रीष्मावकाश के दौरान नए नियमों के तहत साक्षात्कार कर नए शिक्षा सत्र से सभी इंग्लिश मीडियम स्कूलों को शिक्षक उपलब्ध करवाने की तैयारी की जा रही है। राज्य में वर्तमान में ऐसे स्कूलों की संख्या 2750 हो गई है। लेकिन सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाने वाले शिक्षकों का अभाव रहा है। इन स्कूलों में शिक्षक नहीं मिलने का एक मूल कारण तृतीय श्रेणी अध्यापक को अपने जिले में ही और द्वितीय श्रेणी अध्यापक को अपने मंडल में ही चयन का अवसर दिया जाना भी रहा है।

रिक्त पदों की मांगी रिपोर्ट :

माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने जिलेवार अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पदों की सूचना मांगी है। यह सूचना आने के बाद वॉक इन इंटरव्यू का कैलेंडर जारी किया जाएगा। शिक्षा विभाग में कार्यरत अंग्रेजी में दक्ष शिक्षक ही इन पदों पर लगने के लिए आवेदन के पात्र होंगे।

नए 1100 स्कूलों में लेवल वन के 5 शिक्षक लगेंगे :

शिक्षा विभाग में पिछले साल तक 1650 अंग्रेजी स्कूल संचालित हो रहे थे। इस सत्र में करीबी 1100 स्कूल और शुरू किए गए हैं। इन स्कूलों में पहले सत्र में पहली से पांचवी कक्षा में अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई होगी। प्रत्येक स्कूल में लेवल वन के पांच शिक्षक लगाए जाएंगे। अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में चयन के बाद शिक्षकों का शिक्षा सत्र के बीच में वापस हिंदी माध्यमिक स्कूलों में जाना संभव नहीं होगा। बदलाव के लिए प्रतिवर्ष नई चयन प्रक्रिया शुरू होने से पहले आवेदन लिए जाएंगे।

जिले और मंडल की बाध्यता भी हटाई, जून में होंगे वॉक इन इंटरव्यू

अंग्रेजी माध्यम स्कूल में शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने के लिए आगामी जून माह में वॉक इन इंटरव्यू आयोजित किए जाएंगे। जिसके लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशालय स्तर पर तैयारियां शुरू हो गई हैं। नए नियमों के तहत अंग्रेजी स्कूलों में शिक्षकों का चयन एक वर्ष के लिए होगा। इसके बाद उनकी परफॉर्मेंस का आकलन किया जाएगा। नियमों पर खरा नहीं उतरने वाले शिक्षकों को वापस मूल स्थान पर भेज दिया जाएगा।

अंग्रेजी मीडियम स्कूलों में शिक्षकों का चयन अब नए नियमों के तहत होगा। संविदा भर्ती से चयनित होने वाले 9712 शिक्षकों को ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में पोस्ट दी जाएगी। शहरी क्षेत्र के स्कूलों में इंटरव्यू के जरिए शिक्षा विभाग में कार्यरत अंग्रेजी में दक्ष शिक्षकों को लगाया जाएगा। अंग्रेजी मीडियम से 12वीं और यूजी किए हुए शिक्षकों को प्राथमिकता दी जाएगी।
-गौरव अग्रवाल, निदेशक, माध्यमिक शिक्षा