उदयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

उदयपुर के गोगुंदा थाने में बीती रात पुलिस हिरासत में युवक की मौत के मामले में थानाधिकारी सहित तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। गोगुंदा थानाधिकारी अनिल कुमार विश्नोई, कान्सटेबल नन्दकिशोर, किशोर कुमार और कान्सटेबल गणेश मीणा को सस्पेंड किया गया है। साथी ही पूरे थाने के स्टाफ को लाइन हाजिर किया गया है।

इससे पहले गोगुंदा थाने पर परिजनों के साथ सैकड़ों की संख्या में लोग विरोध प्रदर्शन करते रहे। करीब 4 घंटे तक पुलिस द्वारा समझाइश और वार्ता का दौर चला। इसके बाद एसपी विकास शर्मा ने मामले की जांच न्यायिक अधिकारी की देखरेख में कराए जाने का आश्वासन दिया। साथ ही मृतक का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड कराने की बात कही। मृतक के आश्रितों को मुआवजा व सरकारी नौकरी के लिए सरकार राज्य सरकार को पत्र लिखे जाने का भी आश्वासन दिया।

ये था पूरा मामला
उदयपुर के गोगुंदा थाने में पुलिस कस्टडी में सुरेंद्र सिंह देवड़ा (22) की मौत हो गई थी। पुलिस इसे हर्ट अटैक से मौत होना बता रही है, लेकिन परिजन इसे पुलिस द्वारा बेहरमी से मारपीट कर हत्या होने का आरोप लगा रहे हैं। मामले में पुलिस फिलहाल पूरी तरह संदेह के घेरे में है। इससे पहले गुरुवार को मृतक के पिता उदयसिंह देवड़ा (65) पूरे दिन थाने के बाहर बैठे रहे, लेकिन उन्हें अपने बेटे से नहीं मिलने दिया।

बीती रात पुलिस द्वारा परिजनों को फोन करके बताया गया कि आपका बेटा बहुत सीरियस कंडीशन में है। आप तुरंत एमबी हॉस्पिटल पहुंचें। परिजन जब एमबी हॉस्पिटल पहुंचे तो बेटे को मृत देखकर उनके होश उड़ गए। ​पिता का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। मामले में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के स्पष्ट कारणों का पता लग पाएगा।

पिता बोले- थाने के पूरे स्टाफ पर कार्रवाई हो, तभी आत्मा को शांति मिलेगी
पिता उदयलाल देवड़ा ने बताया- करीब डेढ़ माह पहले भी मेरे बेटे सुरेंद्र सिंह को पुलिस ने मारपीट के आरोप में पकड़ा था। फिर उसके साथ थाने में ले जाकर बुरी तरह मारपीट की थी। मेरा जवान बेटा चला गया। अब मेरी आत्मा को तभी शांति मिलेगी, जब थानाधिकारी सहित थाने के सभी पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई होगी। इधर, माहौल गर्माता देख भारी पुलिस जाब्ता लगाया गया। मौके पर उदयपुर एएसपी मंजित सिंह सहित आला अधिकारी भी पहुंच गए।