जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने की नीति पर निरंतर काम करते हुए दिखाई दे रहे हैं। गहलोत ने इस काम की जिम्मेदारी एडीजी क्राइम दिनेश एमएन को दे रखी हैं। दिनेश एमएन भी अपनी टीम के साथ मिल जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आदेश पर पिछले दो माह से हजारों बदमाशों को पुलिस ने पकड़ा और बदमाशों के घरों पर सर्च ऑपरेशन किए गए। इसी कड़ी में रविवार और सोमवार को भी सीएम के आदेश पर पूरे प्रदेश में एक विशेष अभियान चलाया गया। जिस में संपत्ति संबंधित अपराध और चालानशुदा अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को टास्क दिया गया कि इस तरह के अपराधियों को चिन्हित करें और उनके घरों पर अलसुबह दबिश देकर उन्हे गिरफ्तार करे।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कि अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति के तहत संपत्ति संबंधित अपराधों और चालानशुदा अपराधियों के विरुद्ध राजस्थान पुलिस द्वारा चलाये जा रहे अभियान के तहत रविवार व सोमवार को प्रदेश के सभी जिलों में 11090 पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की 2312 टीमों ने कुल 8460 स्थानों पर दबिश दी। इस दौरान पुलिस ने कुल 7557 बदमाशों को गिरफ्तार किया। इस अभियान में संपत्ति संबंधित अपराधों और चालानशुदा अपराधियों की गिरफ्तारी की गई। दो दिन चले इस सर्च से प्रदेश के बदमाशों में पुलिस का एक डर बैठ गया हैं। जिससे अपराधी अपराध करने से पहले 10 बार सोचेगा। पुलिस का अपराधी के प्रति रवैया कठोर हो चुका हैं।

एडीजी क्राइम दिनेश एमएन ने बताया कि दो दिन के इस ऑपरेशन के दौरान जयपुर रेंज में 1592, बीकानेर रेंज में 589, भरतपुर रेंज में 764, जोधपुर आयुक्तालय में 368, जोधपुर में 621, कोटा रेंज में 1051, उदयपुर रेंज में 2572 बदमाशों के घर पर ना केवल सर्च किया गया। इस सर्च के दौरान घरों और सम्भावित ठिकानों पर से पुलिस ने 7557 बदमाशों को गिरफ्तार किया। अभियान के दौरान संपत्ति संबंधी अपराधों में वांछित एवं चालान शुदा अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया गया। हालांकि इससे पहले भी प्रदेश में पुलिस मुख्यालय के आदेश पर अलग-अलग रेंज में यह ऑपरेशन किया गया वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश में पूरे प्रदेश में पहले भी एक साथ बदमाशों के घर और सम्भावित ठिकानों पर कार्रवाई कर 6हजार से अधिक बदमाशों को गिरफ्तार किया गया।

पुलिस कार्रवाई से बदमाशों की टूटी कमर

राज्य सरकार ने प्रदेश में कानून व्यवस्था बहतर करने के लिए 15 फरवरी को दिनेश एमएन को एडीजी क्राइम की पोस्ट पर लगाया था। जिसके बाद से दिनेश एमएन ने अलग-अलग अभियान चलाकर 35 हजार से अधिक बदमाशों को सलाखों के पीछे भेज दिया। पुलिस के इस सख्त एक्शन के बाद से कई बदमाशों ने राजस्थान छोड़ दिया हैं। जो बदमाश कई समय से पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं उन पर पुलिस मुख्यालय ने ईनाम घोषित कर दिया हैं। अपराधी खुद पर ईनाम होने की जानकारी मिलने पर पुलिस से और अधिक डरने लगे हैं। कई जिलों के बदमाश कोर्ट की शरण लेकर सरेंडर कर रहे हैं।