श्रीगंगानगर ब्यूरो रिपोर्ट।  

लालगढ़ हवाई पट्टी पर जल्द ही 50 सीटर प्लेन उतरेगा। इसके लिए हवाई पट्टी का विस्तार करते हुए लाइटिंग सिस्टम में सुधार किया जाएगा। उड्डयन विभाग जयपुर की एक टीम ने इस संबंध में शुक्रवार काे लालगढ़ हवाई पट्टी का निरीक्षण भी किया है। सर्वे में प्रशासन, सार्वजनिक निर्माण विभाग एवं विद्युत विभाग के अधिकारी भी शामिल थे।

उड्डयन विभाग के सलाहकार व तकनीकी विशेषज्ञ प्रदीप पाठक, एयरपाेर्ट अथाॅरिटी जयपुर के सहायक महाप्रबंधक राकेश यादव ने निरीक्षण के दाैरान हवाई पट्टी के विस्तार पर चर्चा की। निरीक्षण के दाैरान प्रशासन के अधिकारियाें ने उन्हें बताया कि हवाई पट्टी विस्तार के लिए भूमि अवाप्ति का प्रस्ताव राज्य सरकार काे भेजा हुआ है। जयपुर से आए अधिकारियाें की टीम ने हवाई पट्टी पर लाइटिंग व्यवस्था काे लेकर भी जानकारी हासिल की तथा विद्युत निगम एसई एलएस मान काे लाइटें चालू करवाने के लिए कहा ताकि रात के समय विमान उतारते समय रनवे पर राेशनी की कमी नहीं रहे।

एसई पीडब्ल्यूडी एनके जाेशी से पूर्व में हुए निर्माण कार्याें की जानकारी लेने के बाद उड्डयन विभाग के अधिकारियाें ने लालगढ़ हवाई पट्टी काे छाेटे वायु यान के लिए उत्तम बताया। निरीक्षण के समय उपस्थित सादुलशहर एसडीएम याेगेश देवल ने बताया कि सरकार व उड्डयन विभाग की लालगढ़ से जयपुर व दिल्ली के लिए 35 से 50 सीटर विमान के साथ हवाई सफर शुरू करने की याेजना है। इसके लिए पूर्व में ही बजट की घाेषणा हाे चुकी है, जिससे हवाई पट्टी काे 1300 मीटर से 1600 मीटर किया जाना है। साथ ही लाइटिंग व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता जताई है। यह काम पूरा हाेने के बाद ट्रायल के ताैर पर 35-50 सीटर यान काे हवाई पट्टी पर उतारा जाएगा। निरीक्षण के समय नायब तहसीलदार अजय कुमार व जिला काेषाधिकारी मनाेज कुमार माेदी भी उपस्थित थे। लालगढ़ हवाई पट्टी से जुलाई 2018 में जयपुर के लिए 9 सीटर विमान से हवाई सेवा की शुरुआत की गई थी। प्रतिदिन श्रीगंगानगर-जयपुर के बीच सुबह शाम दाे विमानाें से यात्रियाें काे हवाई सफर करवाया जा रहा था। इस बीच अगस्त 2018 में हवाई पट्टी पर लैंडिंग के समय विमान के फिसल कर पेड़ से टकराने की घटना के बाद यह सेवा बंद कर दी गई। दुर्घटना ग्रस्त विमान की यहां मरम्मत नहीं हाे पाने के कारण उसे बड़े ट्राॅले पर लादकर जयपुर भिजवाया गया था।

इस दुर्घटना का जिम्मेदार मानते हुए विमान के दाे चालक दल सदस्याें काे बर्खास्त कर दिया गया था। इसके बाद वर्ष 2021 में केंद्र सरकार की ओर से यहां बड़े शहराें की तरह हवाई टर्मिनल बनाने के लिए 28 कराेड़ रुपए मंजूर हाेने से लालगढ़ हवाई पट्टी एक बार फिर से चर्चा में आ गई। लेकिन टर्मिनल का काम आगे नहीं बढ़ पाया। अब उड्डयन विभाग के अधिकारियाें के दाैरे के बाद एक बार फिर से इस हवाई पट्टी पर विमानाें की लैंडिंग की संभावना बनी है।