जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

एसओजी ने आज नवजीवन क्रेडिट कॉ-ऑपरेटिव सोसायटी से धोखाधडी करने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एसओजी ने जांच के बाद खुमान सिंह और रेशम कंवर को गिरफ्तार किया है। एसओजी ने वर्ष 2019 में नवजीवन क्रेडिट कॉ ऑपरेटिव सोसायटी से धोखाधड़ी होने का मामला दर्ज किया था। जिस की जांच एडीजी एसओजी के सुपरवीजन में चल रही थी।

डीआईजी एसओजी योगेश यादव नवजीवन क्रेडिट कॉ-ऑपरेटिव सोसायटी से सुनियोजित तरीके से धोखाधडी कर धन प्राप्त करने वालों के खिलाफ जांच की जा रही थी। इसी जांच के दौरान 22 मई को आरोपी खुमान सिंह पुत्र राण सिंह को तथा आज रेशम कंवर पत्नी लाल सिंह को इस दर्ज एफआईआर में दोषी मानते हुए एसओजी कोटा के द्वारा गिरफ्तार किया गया जिन्हें आज कोर्ट के सामने पेश कर रिमांड लिया गया। गोरतलब है कि नवजीवन क्रेडिट कॉ-ऑपरेटिव सोसायटी के 1,93,821 निवेशकों के 400 करोड़ रुपयों का फण्ड डाईवर्जन संचालकों द्वारा अपने लाभ के उद्देश्य से अपने परिचितों, रिश्तेदारों व उनकी कम्पनीयों में किया है। इस पर कई लोगों ने राजस्थान में अलग-अलग जगहों पर एफआईआर दर्ज कराई हुई हैं।

इन की आज हुई गिरफ्तारी

खुमान सिंह पुत्र राण सिंह जाति राजपूत उम्र 47 साल निवासी ग्राम पोस्ट जैसिंधर तहसील गडरा रोड थाना गडरा रोड जिला बाडमेर हाल वार्ड नम्बर 45 आकाशवाणी के पास इन्द्रा नगर बाडमेर द्वारा संचालक मण्डल में शामिल होते हुये स्वयं के द्वारा इंटरेस्ट फ्री स्टाफ एडवांस 2,25,635 रूपये लिया गया। तथा स्वयं कई कम्पनीयों में डायरेक्टर और प्रमोटर होते हुये नवजीवन क्रेडिट कॉ-ऑपरेटिव सोसायटी से 602.67 लाख रूपये कोडाईवर्जन किया गया।

रेशम कंवर उम्र 35 साल निवासी ग्राम मारूडी थाना बाडमेर सदर जिला बाडमेर जो आशापुरा एग्रो इंडस्ट्रीज में पार्टनर व शेयर होल्डर थी। जिसने स्वयं के लाभ के लिये नवजीवन क्रेडिट कॉ-ऑपरेटिव सोसायटी से लोन लेने की पात्रता नहीं रखते हुये भी रूपये 39,00,000 लोन प्राप्त किया, जिसे वापस जमा नहीं करवाया तथा प्रकरण के मुख्य अभियुक्त गिरधर सिंह के साथ मिलकर 391 लाख रुपए डाई वर्जन किया है।