जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

जयपुर के चाकसू उपखंड के डोयां की ढाणी में गंवारिया परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया। छोटे भाई की मौत के तीन दिन बाद क्रियाकर्म कर लौट रहे एक ही परिवार के चार लोगों की मौत से परिवार सहम गया। दरअसल, कुशलपुरा स्थित डोयां की ढाणी निवासी मदन लाल की 17 मई को मौत हो गई थी। उसके क्रियाकर्म करवाने के लिए 19 मई को परिवार के 6 लोग हरिद्वार गए थे। रविवार को वे लौटे और पेड़ की छाया में परिजनों का इंतजार कर रहे थे। इसी बीच, चीमापुरा की ओर से बेकाबू थार ने उन्हें कुचल दिया। हादसे में बड़े भाई सीताराम (50), उसकी पत्नी अनिता (35), मदन लाल की पत्नी सुनीता (30) और बेटे गोलू की मौत हो गई। वहीं, मदनलाल की 13 साल की बेटी आरती और बेटा विक्की घायल हो गए। हादसे के बाद कार चालक फरार हो गया। इधर, आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर ग्रामीणों ने हाईवे जाम किया।

हादसे में बची आरती ने कहा- जीप वाले ने 3 से 4 चक्कर लगाए, फिर रौंद डाला
मदनलाल और सीताराम के साथ दाेनाें की पत्नियाें की भी माैत हाे गई। अब परिवार में दोनों के सिर्फ दो-दो बच्चे बचे हैं। मदन लाल की बेटी आरती मौत के चंगुल से तो बच गई, लेकिन उस पर दुखों का जो पहाड़ टूट पड़ा है, उसका अंदाजा कैसे लगाया जाए। आरती ने बताया- हम सब लोग हरिद्वार से आकर सड़क के पास एक पेड़ की छाया में बैठे थे। इसी बीच, थार जीप का चालक दो-तीन चक्कर लगाकर तेज गति से लौटा। इसी दौरान सभी को रौंदता हुआ निकल गया। मैं मां की गोद में बैठी थी। टक्कर के बाद में छिटककर दूर जा गिरी। इसलिए बच गई।