हनुमानगढ़ - विश्वास कुमार 
बाल कल्याण समिति अध्यक्ष के दखल से दूध मुहें बच्चे सहित 3 बच्चों को पाने के लिए दर दर घूम रही माँ को बच्चे वापस मिल सके हैं। तीनों बच्चे आज शनिवार को खुशी-खुशी अपनी मां की गोद मे लिप्ट गए और माँ के साथ समिति कार्यालय से घर के लिए रवाना हो गए। बाल कल्याण समिति अध्यक्ष जितेन्द्र गोयल ने बताया कि संगरिया तहसील के गांव ढाबां की रजनदीप पुत्री अजायब सिंह ने समिति को लिखित में प्रार्थना-पत्र सौंपकर अवगत करवाया कि उसकी शादी पांच साल पूर्व अजयसिंह निवासी वार्ड 4 गांव श्रीनगर पीएस टाउन के हुई थी। शादी के बाद से उसके ससुर-सास उसे व उसके पति को तंग-परेशान करने लगे। रोज-रोज के झगड़ों से परेशान होकर उसका पति अजयसिंह उसे उसके पीहर छोड़ गया। करीब एक माह पूर्व उसके पति ने रोते हुए उसे फोन कर कहा कि मेरे माता-पिता ने मेरी जिंदगी खराब कर दी है। तुम मुझे माफ कर देना। मैंने अपने माता-पिता से परेशान होकर कीटनाशक दवा पी ली है। इस पर वह तुरन्त अपने पिता व बच्चों के साथ अपने ससुराल पहुंची। करीब 19-20 बाद उसके पति की मौत हो गई। 11 मई को सुबह सास छिन्द्र कौर, ससुर सरजीत सिंह व ननदोई जसवीर सिंह ने उसके साथ मारपीट की। उसके तीन बच्चों को जबरदस्ती अपने पास रख लिया और उसे धक्के देकर ससुराल से निकाल दिया। सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष गोयल ने बताया कि पीड़ित महिला के द्वारा मामला संज्ञान में आने पर समिति ने तुरंत टाउन थाना पुलिस को पत्र भेजकर तुरंत तीनों बच्चों को दस्तयाब कर समिति के समक्ष पेश करने को कहा जब पुलिस श्रीनगर पहुंची तो पता चला कि बच्चों को दादा दादी अपने साथ पंजाब ले  गए घर पर मौजूद लोगों को पाबंद किया गया कि उन्हें  तुरन्त बच्चों को लेकर हनुमानगढ़ सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश होना है तुरन्त जहां भी गए है वापस आने का बोल दें उन्हें  शनिवार को पुलिस ने तीनों बच्चों को समिति के समक्ष पेश किया।बच्चे माँ के लिप्ट गए  बच्चों की ओर से अपनी मां के साथ जाने की इच्छा जाहिर करने पर सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष जितेंद्र गोयल ने बच्चों को उनकी माता के साथ भेज दिया।