बाड़मेर ब्यूरो रिपोर्ट।  

वर्ष 2012 में बाड़मेर में पहली बार लिफ्ट कैनाल से बाड़मेर शहर को मीठे पानी की सौगात मिली। इसके बाद गांवों तक पानी पहुंचाने में करीब 10 साल से ज्यादा का समय लग गया। प्रोजेक्ट की योजनाएं 2013 में बनी, लेकिन अब 10 साल बाद पानी गांवों के बड़े हौद तक पहुंचेगा।

बाड़मेर विधानसभा के 187, शिव के 156 व बायतु के 3 गांवों तक मीठा पानी पहुंचाने के लिए करीब 85% पूरा हो गया है। ऐसे में जून के प्रथम व दूसरे सप्ताह से गांवों तक मीठा पानी पहुंचेगा। इसके लिए प्रोजेक्ट अधिकारियों की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है।

हर घर को नल से जोड़ने के दो बार खारिज होने के बाद अब तीसरी बार टेंडर निकाला है। 326 करोड़ रुपए के इस टेंडर में निविदा आमंत्रित की अंतिम तिथि 24 मई 2023 है। ठेकेदारों की सांठगांठ की वजह से पूर्व के दो बार में बीएसआर दर से 45% अधिक रेट भरी गई, इससे मामला संसद तक पहुंचा और आखिर में टेंडर को खारिज करना पड़ा।

लिफ्ट कैनाल प्रोजेक्ट: 100 ओवरहेड पहुंचेगा पानी

लिफ्ट कैनाल परियोजना से 2012 में पहली बार बाड़मेर शहर को मीठा पानी मिलना शुरू हुआ। 2013 में भाग-स केकड़ी-शिव, भाडखा, बाडमेर परियोजना के लिए नीति निर्धारण समिति की बैठक 19 सितंबर 2013 को हुई और 700 करोड़ रुपए की प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति जारी की गई। काम शुरू करने में करीब 4 साल लग गए।

मैसर्स वीपीआरपीएल को 26 मई 2017 में योजना का कार्यादेश दिया गया। अब इस प्रोजेक्ट के तहत बाड़मेर विधानसभा के 187 गांव, शिव के 156 और बायतु के 3 गांवों तक पाइप लाइन, ओवरहेड टैंक का काम पूरा हो गया है। जबकि जून 2022 तक काम पूरा होना था। अब कुल 114 ओवरहेड टेंक बनने थे, जिसमें 100 का काम पूरा हो गया है। 10 का काम चल रहा है और 4 के लिए जमीन और अन्य कई परेशानियां आ रही है। अब 10 साल बाद इस प्रोजेक्ट को 85% काम पूरा हो गया है।

हर 3-4 राजस्व गांवों पर एक ओवरहेड टैंक बना हुआ है। प्रोजेक्ट अधिकारियों के मुताबिक जून माह में जिले के 100 ओवरहेड टैंक तक मीठा पानी पहुंचाया जाएगा। इसके लिए ट्रायल का दौर अंतिम चरण में है। बाड़मेर जिला मुख्यालय पर 18 एमएलडी यानि 180 लाख लीटर क्षमता का स्टोरेज है। जहां के पंपिंग स्टेशन से गांवों तक पानी सप्लाई होगा।

हर घर नल: दो बार रद्द , तीसरी बार 326 करोड़ का टेंडर

जून तक बाड़मेर विधानसभा के अंतिम छोर सनावड़ा तक मीठा पानी पहुंच जाएगा। गांवों में बने ओवरहेड टैंक तक पानी पहुंचने के बाद जलदाय विभाग की सप्लाई के जरिए हौदियों तक पानी पहुंचाया जा सकेगा, लेकिन खास बात ये है कि हर घर तक नल को जोड़ने में अब तक समय लगेगा। 2021 के बाद 2 साल तो सिर्फ टेंडर प्रक्रिया में निकल गए है। भाग-स के तहत हर घर को नल से जोड़ने के लिए 326 करोड़ रुपए का टेंडर है।

इसके लिए पूर्व में भी निविदाएं आमंत्रित की गई, लेकिन शुरूआत में बीएसआर चेंज होने से टेंडर रद्द हो गया। फिर 2022 में बीएसआर से 45% दर ज्यादा भरने से टेंडर रद्द कर दिया। अब तीसरी बार में टेंडर के लिए निविदाएं आमंत्रित की गई है। 24 मई निविदा की अंतिम तिथि है। इस बार भी निविदाएं 2021 की बीएसआर दर पर आमंत्रित की गई है, ऐसे में टेंडर फिर बीएसआर दर से ज्यादा में रहेगा। अगर टेंडर सफल हुआ तो अगले 20 माह में 4 लाख आबादी तक हर घर को नल पहुंचाना है।

लिफ्ट कैनाल के भाग-स से जुड़े गांवों के वीटीसी तक जून तक पानी पहुंचा देंगे। 100 ओवरहेड टैंक और 346 गांवों तक पानी लाइन का काम पूरा हो गया है। हर घर नल के लिए 326 करोड़ का टेंडर निकाला गया है। 24 मई निविदा की अंतिम तिथि है। टेंडर सफल हुआ तो 20 माह में हर घर तक नल से जोड़ देंगे।

-पवन परिहार, एईएन, लिफ्ट कैनाल प्रोजेक्ट।