जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

उदयपुर में जमीन कन्वर्जन करने के बदले 12 लाख रुपए के घूसकांड में दलाल ने परिवादी से 25 लाख रुपए मांगे थे। जिसमें दस लाख रुपए खुद के लिए और 15 लाख रुपए अधिकारियाें के लिए मांगे। एसीबी ने जब रिश्वत मांगने का सत्यापन किया ताे दलाल और परिवादी के बीच बातचीत में यूडीएच के अधिकारियाें के लिए रिश्वत मांगने का खुला खेल सामने आया। परिवादी और दलाल ने 10 अप्रैल, 2 मई तथा 8 मई काे रिश्वत की राशि की लेन-देन की बात की।

10 अप्रैल, 2023

दलाल लाेकेश : 25 लाख का खर्चा है। 20 से 25 के बीच।

परिवादी : 20 से 25 लाख में मतलब बिलानाम वाली भी कर देंगे।

दलाल : सब आ जाएगा 25 में। टाेटल ही हाे जाएगा।

परिवादी : 25 लाख में टाेटल काम हाे जाएगा? यार, उन मनीष काे कहाे थाेड़ा कम करें।

दलाल : उसके हाथ में कुछ नहीं बेचारे के। उसके ऊपर बैठे हैं कुंजीलाल और मंत्री, साहब आ गए क्या, मिलकर आता हूं, बहुत दिन हाे गए।

परिवादी : कुंजीलाल जी भी लेगा।दलाल : हैंडरेड परसरेंट लेंगे कुंजीलाल जी।

2 मई, 2023

दलाल : मनीष जी गाेयल से आपका मामला मंत्रीजी तक जाएगा, सरकारी जमीन का चक्कर है ना। मंत्री का मामला थाेड़ा भारी है। एक बार वापस मनीष जी काे वाट्स एप करना है।

परिवादी : हां हां। मनीष जी ने मुझसे कहा था कि देख मैंने ताे कर दिया। ये ऑब्जेक्शन लगाया है आपके उन्हाेंने। इसलिए उन्हाेंने ही ताे भेजा मेरे काे, जाओ आप उनसे मिल लाे। फिर मैं चला गया उनसे मिलन। अपने कुंजीलाल जी से। फिर कुंजीलाल जी ने मेरे काे कहा ऐसा है ताे वाे जेएस कर देगा।

दलाल : आप बाेलाे उनकाे क्या कहूं कि भाई इनकी एनओसी भेज दाे। ये दे देंगे इतने। बाकी तुम जानाे और तुम्हारा काम।

परिवादी : तब आप बताओ इसका, मैं क्या कहूं। आप जाे कहाेगे वाे करना है मेरे काे ताे यार।

दलाल : नहीं नहीं, मैं ताे क्या कहूं। 12 की उनकाे। आप ताे आपकी इच्छा बता दाे। ताे मैं उनकाे बाेल दूं। कुंजीलाल जी काे कि ये हैं। आप इनकी साइन करके भेजाे। फाेन आया अभी मेरे से बात हुई। हां, इस अमाउंट के लिए बाेलूं। हां करूं। बाेलू उनकाे। कल मंगवा देता हूं लेटर। कल नहीं ताे परसाे मंगवा देता हूं। अभी फाेन करता हूं उनकाे। पेमेंट ताे आ जाएगा तब दे देना। बात हाे गई ताे काेई दिक्कत नहीं।

8 मई, 2023

परिवादी : जाे आपने बात हुई थी ना अपनी वाे ये 12 लाख रुपए कंपलीट दे रहा हूं।

दलाल : हां

परिवादी : वाे दे रहा हूं, अब देखाे आगे का काम आपकाे कराना है।

दलाल : हैं।

परिवादी : गिन लाे।

एनओसी जरूरी नहीं थी, फिर भी पत्र लिख दियाएसीबी ने नगरीय विकास विभाग में प्रमुख सचिव कुंजीलाल मीणा, संयुक्त शासन सचिव मनीष गाेयल, सहायक अनुभागाधिकारी हरिमाेहन मीणा और दलाल लाेकेश जैन के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जांच में सामने आया कि हरिमाेहन मीणा ने परिवादी की जमीन से संबंधित एनओसी जारी करने का आदेश माेबाइल पर भेजा था।

यूआईटी उदयपुर काे यूडीएच से एनओसी लेने की जरूरत ही नहीं थी, फिर भी यूआईटी ने एनओसी के लिए जयपुर यूआईटी काे पत्र लिखा।कुंजीलाल, मनीष गाेयल से हाेती थी वाट्सएप काॅलिंग : एसीबी ने दलाल लाेकेश जैन का माेबाइल लेकर पासवर्ड पूछा ताे दलाल ने अपना पासवर्ड 99999 बताया। इस पर एसीबी ने माेबाइल लाॅक खाेलकर जांच की ताे आईएएस कुंजीलाल मीणा, आरएएस मनीष गाेयल, हरिमाेहन व परिवादी से वाट्सएप काॅल, चैट व मैसेज हाेना पाया गया।