जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

2 हजार हेक्टेयर में इकोनॉमिक हब डवलप करने की तैयारी

तीन साल पहले ग्रीन फील्ड एयरपाेर्ट याेजना निरस्त हाेने के बाद भी टाेंक राेड स्थित हजाराें बीघा जमीन का लैंड यूज सरकार अब तक फाइनल नहीं कर पाई है। जेडीए ने एक साल पहले इस जमीन का लैंडयूज प्रस्ताव तैयार कर फाइल राज्य सरकार के पास भेजी दी, लेकिन मंजूरी नहीं मिलने से टाेंक राेड से सटे इस इलाके का डवलपमेंट अटका है। जेडीए इस एरिया काे ग्राेथ सेंटर के रूप में नया इकोनाेमिक हब डवलप करने के लिए 2 हजार हैक्टेयर में इंडस्ट्रीयल, अवासीय, पब्लिक सेम पब्लिक, स्पेशल एरिया, यू-2 और यू-3 लैंड यूज का प्रस्ताव तैयार किया था। यह जमीन 2004 में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट के लिए अवाप्त की जानी थी, लेकिन 2020 में एयरपाेर्ट याेजना निरस्त कर अवाप्ति से मुक्त कर दिया।

एयरपाेर्ट के लिए इस जमीन लैंड यूज स्पेशल एरिया में था, लेकिन याेजना रद्द हाेने के बाद अभी भी लैंडयूज स्पेशल में ही है, ऐसे में इस पूरे एरिया की जमीनाें का अन्य उपायाेग पर राेक है। अप्रैल 2022 में जेडीए ने राेड नेटवर्क प्लान के साथ नया प्रस्ताव बनाकर और आपत्तियों का निस्तारण किया। यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने फाइनल अधिसूचना जारी करने मंजूरी दे दी, लेकिन राज्य सरकार से अभी भी स्वीकृति नहीं मिल पाई।

इन गांवाें की जमीन शामिल
बरखेड़ा, गोपीराम पूरा,रायपुरिया खुर्द,जयलालपुरा, शिवदासपुरा, काठावाला, बिहारीपुरा, जुझारपुरा, यारलीपुरा, बाड़ा पदमपुरा, बल्लूपुरा, नागलपुरा और धर्मपुरा आदि गांव की जमीन इस लैंड यूज प्लान में शामिल है। इसमें जेडीए 200 बीघा में एक इंडस्ट्रीयल एरिया बनाने का प्लान किया था।
जेडीए ने तैयार किया था प्रस्ताव

  • कुल जमीन-2081 हेक्टेयर
  • आवासीय यूज-1639 हेक्टेयर
  • इंडस्ट्रीयशल और काॅमर्शियल यूज- करीब 400 हेक्टेयर
  • वाटर बॉडीज और लो लाइन एरिया
  • 60 से 200 फीट चाैड़ी सड़काें का नेटवर्क प्लान