जोधपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

जोधपुर के भोपालगढ़ के 17 स्टूडेंट्स के साथ ठगी हो गई। सभी स्टूडेंट्स ने मिलिट्री में नौकरी के नाम पर 1 करोड़ 67 लाख रुपए यूपी की गैंग को दे दिए। स्टूडेंट्स के पास जब कोई भी ऑफर लेटर नहीं आया तब उनको ठगी का एहसास हुआ। उन्होंने जब पैसे वापस देने का दबाव दिया तो 50 लाख का चेक दिया गया लेकिन वह चैक भी बाउंस हो गया। ऐसे में स्टूडेंट्स ने कोर्ट की शरण ली । कोर्ट में परिवाद दर्ज करवाया। इस्तगासे के माध्यम से मामला उदयमंदिर थाने में दर्ज किया गया । पुलिस अब इस मामले में जांच कर रही है। स्टूडेंट्स ने कुल 1 करोड़ 67 लाख रुपए हरिद्वार, कलकत्ता आदि स्थानों पर जाकर आरोपी को दिए थे।

भोपालगढ़ के नयला हाल में शिकारगढ़ रहने वाले सुनील नायल पुत्र भीयांराम चौधरी व उसके 16 अन्य दोस्तों ने रिपोर्ट दी है। रिपोर्ट में बताया गया है कि उसने 2021 में भोपालगढ़ में कोचिंग सेंटर एवं फिटनेस सेंटर शुरू किया था। इसके बाद वह उत्तरप्रदेश के प्रताप नगर निवासी वरुण कुमार शुक्ला के संपर्क में आया। वरुण प्लेसमेंट एजेंसी चलाता है और वह विदेशों में भी नौकरी लगवाता है। उसने सुनील को बताया कि मिलट्री में वेकैंसी है मिलट्री इंजिनियर डिपार्टमेंट में वह कई लोगों को नौकरी दिलवा सकता है इसके लिए 11 लाख रुपए लगेंगे। इस तरह से सुनील को उसने झांसे में लिया तब उसे उस पर यकीन हो गया।

यह बात सुनील ने अपने दोस्तों को बताई और 16 दोस्तों को नौकरी दिलवाने के लिए विश्वास में लिया जिसमें रजलानी निवासी योगेंद्रसिंह, मनीष, रमेश जाखड़, कलावास के रामचंद्र, ओस्तरा के सुनील, नांदिया बावड़ी के प्रकाश चौधरी आदि है। हर एक से 11 लाख के हिसाब किताब से 1.67 लाख रूपए बने थे। वह इकट्ठा कर उसने वरुण से कॉन्टैक्ट किया।

रेस्टोरेंट में बुला कर दी पहली किस्त

सबसे पहले पावटा स्थित अरोड़ा रेस्टोरेंट में सुनील ने वरुण को दस लाख रुपए की पहली किस्त दी। उसके बाद में वरूण शुक्ला को नवंबर 2021 को उत्तर प्रदेश जाकर 77 लाख रुपए दिए। इसी महीने के अंत में कलकत्ता जाकर 10 लाख रूपए दिए गए। और फिर 4दिसंबर 2021 में कलकत्ता बुलाया वहां फिजिकल टेस्ट लिया और 44 लाखरुपए भी लिए गए। इस दौरान वहां वहां वरूण शुक्ला के साथ कुछ और लोग जिनमें नितेश रंजन, भारद्वाज, अजय, नवीन एवं राघवेंद्र सहित अन्य लोग भी थे। स्टूडेंट्स के वहां डोक्युमेंट भी चेक हुए ।

फिजिकल एग्जाम देकर वह भोपालगढ़ लौट आए। छह माह गुजरने के बावजूद पीड़ितों के पास में कोई कॉल लेटर आदि नहीं पहुंचा तो उनसे बात की गई। जुलाई 2022 में स्टूडेंट्स ने वरुण पर दबाब बनाया गया तो कहा अभी प्रोसेसिंग में वक्त लगेगा।

रुपए रिटर्न करने का बनाया दबाव

मगर नौकरी नहीं लगते देख पीड़ितों ने अपने दिए रुपयों की डिमांड की। इस पर आरोपियों ने 13 अक्टूबर 22 को रिटर्न के तौर 50 लाख का चेक दिया था। जोकि बैंक में लगाने पर बाउंस हो गया। इस पर उन्होंने कोर्ट में वरुण के खिलाफ कोर्ट में परिवाद दर्ज करवाया।

पुलिस में दर्ज करवाई एफआईआर में 17 लोगों की तरफ से धोखाधड़ी कर 1.67 करोड़ की ठगी का आरोप लगाया गया है। उदयमंदिर पुलिस इस बारे में अब पड़ताल जांच कर रही है।