उदयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

जयपुर एसीबी स्पेशल यूनिट-2 टीम ने उदयपुर यूआईटी में दलाल लोकेश जैन को 12 लाख रूपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। लोकेश ने यह राशि जमीन कन्वर्ट कराने के नाम पर शहरी विकास एवं आवास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव और संयुक्त सचिव के नाम पर ली थी। दलाल के रिश्वत का मामला सामने आने के बाद यूआईटी में हडकंप मच गया।

एसीबी की टीम रात करीब 8 बजे तक यूआईटी में थी। जिसमें जमीन से जुड़े दस्तावेजों को देखने की बात सामने आ रही है। हालांकि अतिरिक्त मुख्य सचिव और संयुक्त सचिव की मामले में क्या भूमिका रही है इस संबंध में एसीबी आरोपी से सख्त पूछताछ करेगी।

भूमि कन्वर्ट के लिए एनओसी दिलवाने के नाम पर मांगी घूस
एसीबी महानिदेशक हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि उदयपुर के एक परिवादी ने एसीबी की ​स्पेशल यूनिट-2 जयपुर में शिकायत की थी कि उदयपुर के ढीकली वास में उसकी भूमि है। जमीन कन्वर्ट के लिए एनओसी जारी करवानी है। इसकी एवज में दलाल लोकेश जैन यूडीएच के एसीएस और संयुक्त सचिव के नाम पर 12 लाख रूपए की रिश्वत मांग रहा था। इस पर जयपुर एसीबी महनिरीक्षक सवाई सिंह गोदारा के निर्देशन में एएसपी पुष्पेन्द्र सिंह ने कार्रवाई की।

सोमवार शाम को पुलिस निरीक्षक सुभाष भील की टीम ने ट्रेप कार्रवाई करते हुए उदयपुर यूआईटी के बाहर से आरजी अरिहंत अपार्टमेंट, फोर्टीज हॉस्पिटल स्थित शोभागपुरा निवासी दलाल लोकेश पुत्र शांतिलाल जैन को परिवादी से 12 लाख रूपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।

एसीबी आरोपी से यूडीएच के उच्चाधिकारियों की भूमिका के बारे में भी सख्ती से पूछताछ कर रही है। एसीबी यह भी जानने की कोशिश कर रह है कि दलाल जैन ने पैसे लेने के लिए खुद ही एसीएस के नाम पर पैसे लेने की बात कही या फिर जानूबझकर यह पद बताया।