सवाई माधोपुर - हेमेंद्र शर्मा
टाईगर टी 104 की मौत को लेकर आज सवाई माधोपुर में नेचर गाईड ,होटलियर्स एंव पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगो सहित वन्यजीव प्रेमियों ने कलेक्ट्रेट के समक्ष प्रदेशन कर मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और टाईगर टी 104 की मौत से जुड़े दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्यवाही करने की मांग की। नेचर गाइड , होटलियर्स एंव वन्यजीव प्रेमियों ने ज्ञापन के माध्यम से बताया कि रणथंभौर के फील्ड डायरेक्टर सेडूराम यादव एंव अन्य जिम्मेदार अधिकारियों की गलती की वजह से टाईगर टी 104 की मौत हुई है। उनका कहना है कि इस भीषण गर्मी में वनाधिकारियों द्वारा टाईगर टी 104 को ट्रंकुलाइज किया गया और फिर उसे रणथंभौर से 400 किलोमीटर दूर उदयपुर के सज्जनगढ़ पार्क में शिफ्ट किया गया। टाईगर शिफ्टिंग प्रक्रिया के दौरान सीसीएफ सेडूराम यादव सहित अन्य वनाधिकारियों द्वारा सभी नियम कायदों को दरकिनार कर टाईगर शॉफ्टिंग की गई। जिसके चलते टाईगर टी 104 की मौत हो गई। वनाधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा टाईगर टी 104 को मौत से चुकाना पड़ा। वन्यजीव प्रेमियों का आरोप है कि सीसीएफ सेडूराम यादव सहित रणथंभौर के अधिकतर वनाधिकारी का टाईगर की ट्रेकिंग एंव मॉनिटरिंग की बजाय पर्यटन पर अधिक ध्यान है। रणथंभौर के वनाधिकारी पर्यटन की मलाई खाने में व्यस्त है और उनका पूरा ध्यान बाघों की सुरक्षा के बजाय पर्यटन पर है। जिसके चलते रणथंभौर में लगातार या तो बाघों की मौत हो रही है या बाघ-बाघिन ओर शावक एक एक कर लापता हो रहे है। वन्यजीव प्रेमियों सहित पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों ने रणथंभौर के वनाधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा कि रणथंभौर के अधिकारियों ने रणथंभौर में जमकर भ्रष्टाचार मचा रखा है। अधिकतर अधिकारियों का टाईगर की सुरक्षा की बजाए पूरा ध्यान काली कमाई पर रहता है। उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से टाईगर टी 104 की मौत के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने सहित रणथंभौर में तैनात भ्रष्ट अधिकारियों को तुरंत प्रभाव से हटाने की मांग की है। उनका कहना है कि अगर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही नही होती है तो सवाई माधोपुर की आमजनता सड़को पर उतरेगी और आंदोलन करेगी, जिसकी जिम्मेदारी शासन एंव प्रशासन की होगी।