जालोर ब्यूरो रिपोर्ट।  

जालोर जिले के रानीवाड़ा से आज बीए फाइनल का राजनीति विज्ञान का पेपर लीक हो गया है, जिसके बाद शहर के महाविद्यालयों में हडकंप मच गया है। सोशल मीडिया पर करीब एक घंटे पहले पर्चे के स्क्रीनशॉट वायरल होने लगे। बता दें कि आज बीए फाइनल की राजनीतिक विज्ञान की परीक्षा 11 बजे से शुरू होनी थी, लेकिन पेपर सुबह 9.53 बजे से पहले ही वॉट्स ऐप के जरिए लोगों तक पहुंच चुके थे।

जानकारी के मुताबिक, जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय ने परीक्षाओं को आयोजित करने और पर्चों की प्राइवेसी बनाए रखने के लिए रानीवाड़ा की सरकारी हाई स्कूल के वाइस प्रिंसिपल भागीरथ बिश्नोई को बतौर नोडल अधिकारी और रघुनाथ महाविद्यालय के नैनाराम को सहायक नोडल अधिकारी के तौर पर अधिकृत किया गया है। इनकी जिम्मेदारी परीक्षा के दिन समय से एक घंटे पहले प्रश्न-पत्रों को विभिन्न सेंटर पर सुरक्षित पहुंचाना है।

प्रश्न पत्रों का डिस्ट्रीब्यूशन करने के लिए आज 9.54 मिनट पर रघुनाथ कॉलेज के स्ट्रॉग रूम को नैनाराम ने खोला। ठीक 10:06 बजे इस रूम में नोडल अधिकारी भागीरथ बिश्नोई अंदर जाते हैं। इस दौरान सबसे पहले कोटड़ा श्रीहरी कॉलेज के प्रतिनिधि लाडूराम को 10.03 बजे और मौखातरा के सरस्वती महाविद्यालय के प्रतिनिधि को 10.05 मिनट पर पेपर हैंड ओवर किए गए।

सोशल मीडिया पर वायरल हुए स्क्रीनशॉट में निजी कॉलेज का छात्र श्रवणकुमार का नाम दिख रहा है, जो कि शहर के निजी कॉलेज का छात्र है, उसी के पास आज सुबह 9.53 बजे हुबहु राजनीति विज्ञान का पेपर था। श्रवण कुमार ने ये पेपर कॉलेज स्टूडेंट्स को वॉट्स ऐप पर भेजे थे। हालांकि जांच का विषय है कि श्रवण कुमार ही पेपर वायरल करने वाला पहला शख्स था, या उसे भी कहीं से फॉरवर्ड किया गया था।

दावा- स्ट्रॉन्ग रूम खोलने से पहले लीक हुआ पेपर
नोडल अधिकारी भागीरथ बिश्नोई का कहना है कि सुबह 9.53 बजे स्ट्रॉग रूम में परीक्षा पेपर था और रूम लॉक था। पेपर स्ट्रॉन्ग रूम से वायरल नहीं हुआ है। स्ट्रॉन्ग रूम में सीसीटीवी है, जिसमें किसी भी तरह की कोई गैरकानूनी गतिविधि रिकॉर्ड नहीं हुई। अब जांच में छात्र श्रवण कुमार ही सच बता सकता है ये पर्चा उसे कहां से हासिल हुआ।

मुझे पेपर लीक की जानकारी ही नहीं- नोडल अधिकारी
जेएनवीयू की ओर से अधिकृत नोडल अधिकारी भागीरथ बिश्नोई और सहायक नोडल अधिकारी नैनाराम ने बताया कि तयसुदा समय के अनुसार होने आज सुबह 9.54 बजे स्ट्रॉग रूम का ताला खोला है। बाद में पांच कॉलेजों को परीक्षा पत्रों का वितरण किया है। उन्हें पेपर आउट होने की कोई जानकारी 1 बजे तक नहीं हुई है। वैसे परीक्षा पत्र वितरण सिस्टम और उनकी सुरक्षा 24 घंटे सीसीटीवी कैमरों की जद में है, इसलिए चूक का सवाल ही नहीं है।