सीकर ब्यूरो रिपोर्ट। 

सीकर सांसद सुमेधानंद सरस्वती ने कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा है। सांसद ने कहा कि जो महात्मा गांधी अपनी पूरी जिंदगी हिंदी के लिए तड़पता रहे। सरकार के उनके नाम पर अंग्रेजी मीडियम स्कूल खोलकर उन्हें बदनाम किया है। सांसद ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 28 अप्रैल को होने वाली जन आक्रोश रैली को लेकर जानकारी दी। सुमेधानंद सरस्वती ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार के 4 साल में हुए भ्रष्टाचार और विफलताओं के विरोध में 28 अप्रैल को सीकर में जन आक्रोश रैली का आयोजन किया जा रहा है। पूरे प्रदेश में यह कार्यक्रम हो रहे हैं। इसी के तहत सीकर में पहले जनसभा होगी। इसके बाद कलेक्ट्रेट का घेराव किया जाएगा। कार्यक्रम में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी शामिल होंगे। इस विरोध के जरिए भाजपा कांग्रेस सरकार को चेतावनी देगी कि या तो वादे पूरे करो या फिर सिंहासन खाली करो।

सुमेधानंद सरस्वती ने कहा कि कांग्रेस पार्टी खुद के नेताओं की लड़ाई में इतनी बुरी तरह फंस चुकी है कि खुद के मंत्री चैलेंज करते हैं कि यदि किसी ने मां का दूध पीया है तो हमारे खिलाफ कार्रवाई करके दिखाए। मंत्री और विधायक स्पष्ट रूप से आरोप लगाते हैं कि हमारे मंत्री भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। उनके खुद के कार्यकर्ता और नेता ही कांग्रेस सरकार पर जमकर आरोप लगा रहे हैं। जयपुर में हाल ही जो सुसाइड हुए। उनके धरनों में कांग्रेस के नेता उसमें शामिल होकर अपनी ही सरकार के खिलाफ धरने देते हैं। राजस्थान में सरकार 24 अप्रैल से राहत कैंप शुरू करने जा रही है लेकिन सरपंच, कर्मचारी हड़ताल पर हैं तो यह राहत देगा कौन।

फ्री बिजली की घोषणा कर कर रहे बिजली कटौती

सांसद ने कहा कि सरकार ने जिस दिन से फ्री बिजली की घोषणा की है उस दिन से बिजली की कटौती बढ़ गई है। हालात यह है कि कम्पनियां सरकार से 15 हजार करोड़ से ज्यादा रुपए मांगती है। जिन्होंने सरकार को नोटिस भी दे दिया है कि पेमेंट करें वरना बिजली काट देंगे। राजस्थान में अब गर्मी और परीक्षा का समय आने वाला है। ऐसे में डर है कि राजस्थान कहीं अंधेरे में न डूब जाए। गर्मी का मौसम आने वाला है। सरकार के पास पेयजल के लिए कोई योजना नही है।

सांसद ने कहा कि सीएम अशोक गहलोत रोज नई-नई घोषणाएं कर रहे हैं। सरकार ने सीकर जिले में जिन कॉलेजों को खोलने की घोषणा की उनमें से एक के लिए भी सरकार ने पैसा और जमीन आवंटित नहीं की है। सरकार ने चलते हुए स्कूलों पर बोर्ड लगाकर उसे महात्मा गांधी अंग्रेजी स्कूल का नाम दे दिया। जिनमें न स्टाफ है। अंग्रेजी मीडियम स्कूल की घोषणा करने के बाद सरकार ने 2 बजट जारी कर दिए लेकिन इन स्कूलों के लिए एक पैसे का भी प्रावधान नहीं किया। जो महात्मा गांधी हिंदी के लिए छटपटाता रहा उसके नाम से अंग्रेजी स्कूल खोलकर उसे बदनाम कर दिया।

फ्री गैस सिलेंडर में भी कुछ स्पष्ट नहीं

अब राज्य सरकार ने फ्री में गैस सिलेंडर देने की बात कही है जिसमें ग्राहकों को एक पर्ची दे दी जाएगी। यह भी पता नहीं कि पैसा कब आएगा। ग्राहक तो पैसा देकर आ जाएंगे। अब मोदी सरकार तो है नहीं कि डायरेक्ट खातों में पैसा आ जाएगा लेकिन यहां तो लीकेज तो क्या पैंदा ही टूटा हुआ है। सरकार पैसे देगी भी कैसे क्योंकि सरकार के पास पैसे नहीं हैं। लोगों को तनख्वाह तक नहीं मिली है।

सांसद ने कहा कि अब हम यह तो कहेंगे नहीं कि इनकी आंखें खुलें क्योंकि इनकी आंखें तो बंद ही नहीं होतीं। आंखें फाड़-फाड़कर देख रहे हैं। हम तो सरकार को एक ही चेतावनी देते हैं कि यदि गहलोत से सरकार नहीं चलती है। तो चुनाव करवा लो। क्यों अपनी बेकार में फजीहत करवा रहे हो। लड़ाई भी खत्म जो जाएगी। फिर आराम से अपने घर बैठो।