जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

जयपुर के कालाडेरा में महंगाई राहत कैंप में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सभा के बाद कांग्रेस नेताओं में विवाद हो गया। ऑल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष रुक्षमणि कुमारी और पूर्व विधायक भगवान सहाय सैनी के बीच विवाद हो गया। रुक्षमणि कुमारी ने भगवान सहाय सैनी को जमकर खरी-खोटी सुनाई। सैनी से उन्होंने यहां तक कह दिया कि आप ऐसी हरकतें करके कांग्रेस को कमजोर कर रहे ​हैं।

विवाद की शुरुआत मंगलवार को मुख्यमंत्री की सभा में मंच पर रुक्षमणि कुमारी की कुर्सी नहीं लगाने से हुई। शुरुआत में उन्हें मंच पर जगह नहीं दी गई तो वे आम लोगों के बीच जाकर बैठ गई। बाद में जब सीएम गहलोत की निगाह उन पर पड़ी तो उन्हें मंच पर बुलाया गया। सीएम के दखल के बाद उन्हें मंच पर बैठने की जगह मिली। मुख्यमंत्री की सभा के बाद जैसे ही रुक्षमणि कुमारी का भगवान सहाय सैनी से सामना हुआ तो उन्होंने जमकर खरी-खोटी सुनाई।

सीएम ने मुझे बुलाकर मंच पर बैठाया, आपकी क्या रह गई?

रुक्षमणि कुमारी ने भगवान सहाय सैनी से मिलते ही कहा- आपने मेरी कुर्सी मंच पर नहीं लगवाई, सब आपका नाम लेते हैं कि आपने कुर्सी नहीं लगवाने दी। मैं सार्वजनिक रूप से आपसे पूछ रही हूं, आपने ऐसा क्यों किया? इस पर सैनी ने कहा, आप क्या समझ रही हैं?

रुक्षमणि कुमारी ने कहा- ऐसे पार्टी मजबूत नहीं होती है। आपकी जिम्मेदारी बनती है, आप हमारे सम्माननीय हैं। आपकी इस तरह की हरकतों से पार्टी मजबूत नहीं हो रही है। पार्टी कमजोर हो रही है। यह अच्छी बात नहीं है। फिर क्या हुआ? गहलोत साहब ने मुझे खुद ही बुलवा लिया। आपकी क्या रह गई? मैं कब से आपको बोल रही हूं। आपको समझा रही हूं। आप समझ ही नहीं रहे हैं। इसके बाद भगवान सहाय सैनी मौके से रवाना हो गए।

रुक्षमणि चौमू से टिकट की दावेदार, विवाद की असली वजह यही
रुक्षमणि कुमारी और भगवान सहाय सैनी के बीच लंबे समय से सियासी विवाद है। भगवान सहाय सैनी चौमूं से विधायक रह चुके हैं, लेकिन पिछले दो चुनाव हार चुके हैं। रुक्षमणि कुमारी भी चौमूं से कांग्रेस टिकट की दावेदारी कर रही हैं।

खेमेबंदी और सियासी प्रतिस्पर्धा ही विवाद की असली वजह है। रुक्षमणि चौमूं क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। वे एक एनजीओ भी चलाती हैं। टिकट की दावेदारी को लेकर पहले भी विवाद सामने आता रहा है। आज मुख्यमंत्री की सभा के बाद दाेनों नेताओं का सियासी टकराव सार्वजनिक हो गया। आज दोनों के बीच सभा स्थल पर हुआ विवाद सियासी चर्चा का विषय बन गया है।

रुक्षमणि बोली- मुझे मुख्यमंत्री ने मंच पर बैठाया
रुक्षमणि कुमारी ने फोन पर भास्कर से बातचीत में कहा- आज महंगाई राहत कैंप के साथ मुख्यमंत्री की सभा थी। सीएम की सभा के मंच पर मेरी कुर्सी नहीं लगाई गई तो मैं जनता के बीच बैठ गई। मुख्यमंत्री ने आते ही जब मुझे लोगों के बीच देखा तो बुलाकर मंच पर बैठाया।

पूर्व विधायक भगवान सहाय सैनी सभा की पूरी जिम्मेदारी देख रहे थे। उन्होंने जानबूझकर मंच पर मुझे जगह नहीं दी। मेरी कुर्सी नहीं लगवाने दी। जब मुख्यमंत्री मुझे बुलाकर मंच पर बैठा रहे हैं तो साफ है कि भगवान सहाय गलत थे।

इस तरह की हरकतों से पार्टी कमजोर होती है। किसी वरिष्ठ नेता को इस तरह की हरकतें शोभा नहीं देतीं। मैंने सीएम की सभा होने के बाद भगवान सहाय सैनी को सम्मान के साथ यही बात कही थी कि इस तरह से पार्टी मजबूत नहीं हो रही है।