जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

राजस्थान सरकार ने प्रदेश के सरकारी स्कूलों की कायाकल्प करने का काम किया है। जिससे प्रदेश के स्कूल और विद्यार्थियों का स्तर दिनों-दिन और बेहतर हो रहा है। यह दावा किया है शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने। शुक्रवार को इंदिरा गांधी पंचायती राज संस्थान में पीएम श्री विद्यालय योजना की आमुखीकरण कार्यशाला को संबोधित करते हुए कल्ला ने प्रदेश के 402 सरकारी स्कूलों का पीएम श्री योजना में सिलेक्शन होने पर खुशी जाहिर की।

कल्ला ने प्रदेश के 402 पीएम श्री विद्यालयों के प्रिंसिपल और शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कहा कि ये सभी विद्यालय, मॉडल स्कूल बनकर अपने आस-पास के विद्यालयों को नेतृत्व प्रदान करें। ऐसी सोच और भावना के साथ योजना में कार्यों को आगे बढ़ाए। इसके साथ ही नामांकन में उत्तरोतर वृद्धि और ड्रॉप आउट दर कम करने के लिए सतत प्रयास करें। ताकि हर घर ओर बच्चे तक शिक्षा पहुंच सके।

इस दौरान शिक्षा राज्य मंत्री जाहिदा खान ने कहा कि प्रदेश में स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में सूचना तकनीकी, अर्ली चाइल्डहुड केयर, विद्यालय समूहन, समान और समावेशी शिक्षा की पहुंच और व्यवसायिक शिक्षा जैसे बिंदुओं पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की अनुशंसाओं के अनुरूप कार्य किया जा रहा है। ऐसे में राजस्थान के पीएम श्री विद्यालयों को 21वीं सदी की आवश्यकताओं के अनुसार विकसित किया जाएगा।

कार्यशाला में राज्य के पीएम श्री स्कूलों के प्रधानाचार्यों और अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयकों की वार्षिक कार्ययोजना और बजट प्रस्तावों पर बारीकी से चर्चा की गई। वहीं चुनिंदा पीएम श्री विद्यालयों के प्रिंसिपल और जिलों से आए अधिकारियों ने भी अपने विचार और सुझाव साझा किए। जिसमें फैसला हुआ की सभी पीएम श्री विद्यालयों की तरफ से तैयार किए जाने वाले प्रस्तावों को योजना की गाइडलाइन और नाम्र्स के अनुरूप समीक्षा के बाद केन्द्रीय पोर्टल पर ऑनलाइन सबमिट किया जाएगा।

कार्यशाला में बताया गया कि योजना में चयनित सरकारी विद्यालयों में 2 करोड़ रुपए की सीमा में कार्य कराए जा सकेंगे। इसमें से प्रमुख रूप से 30 प्रतिशत राशि सिविल वर्क और 40 प्रतिशत राशि प्रोजेक्ट इनोवेशन पर व्यय करने का प्रावधान है। संस्था प्रधानों और जिला परियोजना समन्वयकों को स्थानीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए अपने प्रपोजल बनाने के बारे में राजस्थान स्कूल शिक्षा के परिषद के अधिकारियों ने विस्तृत जानकारी दीं। कार्यशाला में राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद के अधिकारी उपस्थित रहे।