सीकर ब्यूरो रिपोर्ट।  

राजस्थान की लेडी डॉन अनुराधा के भाई मनीष महला और दो हिस्ट्रीशीटर को शुक्रवार को उम्र कैद की सजा सुनाई गई है। कोर्ट ने तीनों को 15 साल पुराने गणेश हिसारिया हत्याकांड में दोषी माना है। वहीं 16 आरोपियों को बरी किया गया है। फैसला सीकर जिले के फतेहपुर में एडीजे कोर्ट ने सुनाया है।

मामले के अनुसार 27 दिसंबर 2008 को फतेहपुर के लक्ष्मीनाथ मार्केट में कपड़े की दुकान चलाने वाले गणेश हिसारिया की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद गणेश हिसारिया के परिवार ने नामजद मामला दर्ज करवाया था। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ चालान पेश किया था। 15 साल से मामला कोर्ट में था। 15 साल बाद शुक्रवार को एडीजे अमित कुमार ने मामले में मुख्य आरोपी मनीष महला और उसके दो दोस्तों मनोज स्वामी व किशोर कुमावत को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। सरकार की ओर से पैरवी लोक अभियोजक एडवोकेट रामचंद्र महिचा ने की।

फैसले के बाद मृतक का परिवार नाखुश
15 साल बाद आए गणेश हिसारिया हत्याकांड के फैसले के बाद परिवार के लोग नाखुश है। मृतक गणेश हिसारिया के बड़े भाई मधु हिसारिया ने कहा कि 3 लोगों को आजीवन कारावास हुआ जो नाकाफी है। ऐसे में हम फैसले के खिलाफ अब हाईकोर्ट में अपील करेंगे। जिन 3 लोगों को आजीवन कारावास हुआ है उनको भी फांसी की सजा होनी चाहिए थी। हत्याकांड में शामिल अन्य लोगों को भी सजा मिलनी चाहिए।

लेडी डॉन का भाई विजय ठेकेदार की गैंग से जुड़ा था
फतेहपुर में विजय कुमार चौधरी उर्फ ठेकेदार अपनी गैंग चलाता था। गैंग से लेडी डॉन अनुराधा का भाई मनीष महला भी जुड़ा हुआ था। 2007 की बात है, विजय ठेकेदार लक्ष्मीनाथ मार्केट में किसी काम से गया था। तब गणेश हिसारिया और उसके साथियों ने विजय पर हमला कर मारपीट कर दी थी। तब से विजय ठेकेदार मारपीट का बदला लेने का प्लान बना रहा था।

मारपीट का बदला लेने के लिए की हत्या
दिसंबर 2008 करीब एक साल बाद मारपीट का बदला लिया गया। दोपहर के समय गणेश हिसारिया अपने पिता पिता रामगोपाल और छोटे भाई कृष्ण मुरारी के साथ लक्ष्मीनाथ मार्केट में अपनी कपड़े की दुकान पर बैठा था। अचानक विजय ठेकेदार गैंग के मनोज स्वामी,किशोर कुमावत और मनीष महला ने तीनों पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया। हमले में तीनों बुरी तरह से घायल हो गए। तीनों को फतेहपुर से सीकर हॉस्पिटल लाया गया। जहां इलाज के दौरान गणेश हिसारिया की मौत हो गई।

लेडी डॉन अनुराधा का भाई है मनीष महला
गणेश हिसारिया हत्याकांड का मुख्य आरोपी मनीष महला राजस्थान की लेडी डॉन के नाम से मशहूर अनुराधा महला का भाई है। मनीष की तरह अनुराधा का भी जुर्म की दुनिया में बड़ा नाम है। अनुराधा आनंदपाल गैंग से जुड़ी हुई है। अनुराधा ने कुछ समय पहले ही कुख्यात बदमाश काला जठेड़ी से शादी की थी। अनुराधा काला जठेड़ी को दूसरा आनंदपाल बनाने की तैयारी करने लगी थी। अनुराधा की यह दूसरी शादी थी। इससे पहले सीकर में रहने वाले दीपक नाम के युवक से अनुराधा ने शादी की थी।

लेडी डॉन के पिता हैं सरकारी अफसर
आरोपी मनीष महला के पिता रामदेव सिंह महिला पीडब्ल्यूडी विभाग में AEN की पोस्ट से रिटायर हुए थे। मनीष की मां ग्रहणी है और एक छोटी बहन व एक छोटा भाई है। बड़ी बहन अनुराधा लेडी डॉन है। सहित कई बड़े गैंगस्टरों के नाम नाम जुड़ा हुआ है। वहीं आरोपी मनोज स्वामी मूलत: लक्ष्मणगढ़ कस्बे के दिसनाउ का रहने वाला है। कई साल पहले परिवार के साथ फतेहपुर आकर बस गए।

2006 में मनोज स्वामी के संपर्क में आया था मनीष
2006 से पहले मनीष महला फतेहपुर में ही अपने परिवार के साथ रहता था। 2006 में मनोज स्वामी नाम के युवक से संपर्क में आया था। 2007 में गणेश सहरिया हत्याकांड के बाद मनीष पहली बार किसी मामले में खुलकर नाम सामने आया। इसके बाद मनीष लगातार मनोज स्वामी के साथ ही रहा था।

हिस्ट्रीशीटर है मनोज और किशोर
हत्याकांड के दोषी मनोज स्वामी और किशोर कुमावत दोनों ही आदतन अपराधी हैं। इनके खिलाफ फतेहपुर कोतवाली थाने में कई मामले दर्ज हैं। जिनमें ये वहां के हिस्ट्रीशीटर हैं। मनोज पर हत्या के प्रयास सहित कई गंभीर मामलों में 17 आपराधिक मामले दर्ज हैं। किशोर पर भी 16 गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।