भरतपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

भरतपुर में सैनी, कुशवाह, मौर्य, माली समाज 12 परसेंट आरक्षण की मांग के समर्थन में भरतपुर में दिन भर आगरा से जयपुर जाने वाले नेशनल हाईवे 21 पर तनाव के हालात रहे। आरक्षण की मांग को लेकर 21 अप्रैल को नेशनल हाईवे जाम करने की चेतावनी दी गई थी। पुलिस ने शुक्रवार सुबह 7 बजे से ही हाईवे से जुड़ने वाले हर गांव की रोड को ब्लॉक कर दिया, ताकि आंदोलनकारी किसी भी रास्ते से हाईवे पर नहीं पहुंच सकें। दोपहर 2.45 बजे हलैना से वैर जाने वाले रोड पर 200 आंदोलनकारी हाईवे की तरफ बढ़े। तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया और वापस जाने की अपील की।

इस पर आंदोलनकारियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। पुलिस ने भी पलटकर आंसू गैस के गोले दागे और भीड़ को खेतों में खेदड़ दिया। जिला एसपी श्याम सिंह ने बताया कि पुलिस ने धरना स्थल अरोंदा गांव को अपने कब्जे में ले लिया है। नदबई कस्बे का अरोंदा गांव 40 किलोमीटर दूर है। नेशनल हाईवे 21 आगरा-जयपुर को जोड़ता है। हाईवे पर जितने भी गांव हैं, उस हर गांव के रास्ते पर पुलिस बल तैनात है ताकि लोग हाईवे पर न आ सकें।

रमासपुर गांव में पथराव, आंसू गैस

दोपहर में हलैना से वैर जाने वाले रोड पर पुलिस को प्रदर्शनकारियों से मशक्कत करनी पड़ी। यहां रमासपुर गांव के पास कुछ लोग चक्काजाम करने के लिए हाईवे की तरफ बढ़े। इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। तो प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया।

जिला एसपी श्याम सिंह ने बताया कि पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए आंसू गैस के गोले छोड़े और प्रदर्शनकारियों को खेतों में दौड़ा दिया। करीब 15 मिनट तक प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प हुई। इस घटना के बाद नदबई विधायक जोगिंदर सिंह अवाना ने आंदोलनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

बल्लभगढ़ में पुलिस की कार का घेराव

इससे पहले सुबह 6 बजे भुसावर इलाके में बल्लभगढ़ में लोगों ने पुलिस की कार का घेराव कर दिया। लोगों के हाथों में लाठियां थीं। ऐसे में पुलिस को उल्टे पैर लौटना पड़ा। पुलिस ने बल्लभगढ़ रोड पर सुबह से ही बैरिकेडिंग कर रखी थी। जिसके विरोध में स्थानीय लोगों ने पुलिस को खदेड़ दिया।

कल 6 लोगों को जेल भेजा

नेशनल हाईवे जाम करने का ऐलान करने के बाद पुलिस ने फुले आरक्षण समिति के संयोजक मुरारी लाल सैनी सहित 6 लोगों को गुरुवार को ही हिरासत में ले लिया था। जिन्हें डीग SDM के सामने पेश कर जेल भेज दिया गया।

समाज का दूसरा धड़ा गुरुवार को फुले आरक्षण संघर्ष समिति के उपयोजक सहित 9 लोगों का डेलिगेशन प्रमुख शासन सचिव समित शर्मा से मिला, जहां उनकी वार्ता सकारात्मक रही।

जाम की अपील पर आज घरों से हाईवे की तरफ निकले लोग

फुले आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक मुरारी लाल सैनी ने समाज के लोगों से हाईवे जाम की अपील की थी। जिसको लेकर समाज के लोगों ने इकट्ठा होने लगे। लेकिन वे हाईवे पर नहीं पहुंच सके। हाईवे से लिंक होने वाले सभी रास्तों पर पुलिस है।

प्रशासन पूरी कोशिश कर रहा है कि किसी भी तरह हाईवे जाम को टाला जाए। दूसरी तरफ जहां लोग इकट्ठा हो रहे हैं वह लगातार मुरारी लाल सैनी को रिहा करने के लिए नारेबाजी कर रहे हैं। एसपी श्याम सिंह और कलेक्टर आलोक रंजन खुद इस मामले में हालात की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। पुलिस की कारें लगातार हाईवे पर पेट्रोलिंग कर रहीं हैं।

3 मांगों के लिए हो रहा आंदोलन

सैनी, कुशवाह, शाक्य, मौर्य सामज की तीन मुख्य मांगें हैं। इनमें नवकुश कल्याण बोर्ड का गठन करने, राज्य स्तरीय और जिला स्तरीय नवकुश छात्रावास का निर्माण करवाने और समाज को 12 प्रतिशत आरक्षण अलग से दिए जाने की मांग की जा रही है।

सैनी, कुशवाह, शाक्य, मौर्य समाज मांगों को लेकर अड़ा है। पहले से 21 अप्रैल को हाईवे जाम की चेतावनी दी थी। समाज के प्रतिनिधियों ने कहा था कि पहले भी हाईवे जाम किया था तब सीएम, मंत्री और अधिकारियों ने आश्वासन दिया लेकिन मांगें पूरी नहीं की। अब सरकार से हाईवे पर ही बात होगी।

आज हाईवे जाम करने के लिए गुरुवार रात से ही आस-पास के इलाके में लोगों ने टेन्ट लगाना शुरू कर दिया था। जिसे पुलिस ने हटवा दिया। पुलिस ने गुरुवार से ही इलाके में फ्लैग मार्च निकालना शुरू कर दिया था।