चित्तौड़गढ़ ब्यूरो रिपोर्ट।  

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को रावण कहने पर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ केस दर्ज हो गया है। कांग्रेस नेता और राजस्थान धरोहर प्राधिकरण बोर्ड के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह जाड़ावत ने शेखावत पर मामला दर्ज कराया है। चित्तौड़गढ़ के सदर थाने में दर्ज कराए मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सरकार की छवि खराब करने, भड़काऊ बयान देने, राजनीति का रावण कहने सहित कई आरोप लगाए गए हैं। जाड़ावत ने कहा कि देश के सम्मानित नेता के खिलाफ सार्वजनिक स्थान पर की गई टिप्पणी से वह आहत हुए हैं।

जाड़ावत की शिकायत पर सदर थाना पुलिस ने केंद्रीय मंत्री के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। यह रिपोर्ट सीआईडी सीबी जयपुर भेजी जाएगी। शेखावत के खिलाफ सद्भाव बिगाड़ने, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने, मानहानि, समाज में घृणा फैलाने समेत 7 धाराओं में केस दर्ज किया गया है। 27 अप्रैल को चित्तौड़गढ़ में भाजपा जनाक्रोश रैली की सभा में संबोधन के दौरान केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा था- 'राजस्थान में राजनीति के इस रावण अशोक गहलोत को समाप्त करना चाहते हो तो भुजाएं उठाओ। राजस्थान में राम राज्य की स्थापना के लिए संकल्प कीजिए।'

जाड़ावत ने पुलिस शिकायत में कहा कि शेखावत ने अपने संबोधन में सार्वजनिक मंच से भीड़ में उग्रता पैदा करने, लोगों को उत्प्रेरित करने का गंभीर अपराध किया, जिसे मंच पर उपस्थित अन्य नेताओं ने भी समर्थन किया है।

राज्य सरकार के खिलाफ अनर्गल बातें कहीं और झूठे आंकड़े पेश कर समाज में सरकार की छवि खराब करने की कोशिश की। केंद्रीय मंत्री ने सार्वजनिक रूप से सीएम गहलोत को राजनीति का रावण से संबोधित करते हुए अपमानित कर उनकी छवि को खराब करने का काम किया है।

पेन ड्राइव में वीडियो पुलिस को सौंपा
जाड़ावत ने कहा कि गांधीवादी विचारधारा वाले व्यक्ति के बारे में गलत टिप्पणी करने से कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इसे अपना भी अपमान माना। इस दौरान अन्य वक्ताओं ने भी मुख्यमंत्री और राज्य सरकार के बारे में गलत उद्बोधन दिए, जो कि भारतीय दण्ड संहिता में गंभीर अपराध है। जाड़ावत ने शेखावत के भाषण का वीडियो भी पुलिस को दिया है।