जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 
राजस्थान के पहले रोसा  रोबोटिक जोड़  प्रत्यारोपण सर्जरी सेंटर का उद्घाटन आज भंडारी हॉस्पिटल में नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ किया । 
गोपालपुरा मोड स्थित जयपुर के प्रसिद्ध भण्डारी अस्पताल में रोबोटिक जॉईट रिप्लेसमेंट सर्जरी सेंटर का उद्घाटन आज शनिवार 22 अप्रैल 2023 को किया  गया । मुख्य अतिथि श्री राजेन्द्र सिंह राठौड़, विशिष्ट अतिथि श्री अशोक लाहोटी एवं श्री जगदीश चन्द्र कातिल के द्वारा आज शाम 5.00 बजे बोटिक जॉईंट रिप्लेसमेंट सर्जरी सेंटर का उद्घाटन हुआ । 
कार्यक्रम में  राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि भंडारी अस्पताल की पहल क़ाबिले तारीफ हैं और इसका फ़ायदा प्रदेश की आम जनता को मिलेगा । राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि मेडिकल के क्षेत्र में बड़े नवाचार हुए हैं और प्रदेश के डॉक्टर इसमें अग्रणी  है । लेकिन मेडिकल साइंस क्वीलिटी को बनाए रखने की आवश्यकता है । 
डॉ सुधीर भंडारी ने कहा कि विदेशों में लगातार रोबोट की सहायता से इलाज का उपयोग बढ़ रहा है और देश में भी रोबोट का प्रचलन बढ़ना शुभ संकेत है। 
सांगानेर विधायक अशोक लाहोटी ने प्रदेश के पहले रोसा रॉबोटिक जोड़ प्रत्यारोपण सर्जरी सेंटर की शुरुआत के लिए डॉ के एम भंडारी को बधाइयाँ दी । 
फ़र्स्ट इंडिया के जगदीश चंद्रा भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे। 
अतिथियों ने प्रत्यारोपण सर्जरी सेंटर की मशीन की कार्य प्रणाली को  देखा और समझा सेंटर हैड डॉक्टर राजीव गुप्ता ने कहा कि रॉबोटिक सर्जरी के बाद  बहुत तेज़ी से मरीज़ को फ़ायदा मिलेगा और  बहुत जल्दी रिकवरी होगी।
अस्पताल के ऑर्थोपेडिक विभाग के निदेशक एवं वरिष्ट हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. राजीव गुप्ता एवं डॉ. अंकुर गुप्ता द्वारा बताया गया कि राजस्थान में पहली बार ऐसा रोबोटिक नी (घुटना) रिप्लेसमेंट का शुभारंभ किया गया  है। वृद्धावस्था में होने वाली जोड़ों की समस्या के लिए घुटना बदलने की सर्जरी अब तक एक सामान्य पारंपरिक उपचार है। अब तक हो रही टोटल नी रिप्लेसमेंट सर्जरी की सफलता दर 90-95% है। रोबोटिक तकनीक के साथ सटीकता दर 99% तक है। रोबोटिक नी रिप्लेसमेंट दुनिया भर में एक नवीनतम, उन्नत और आगानी तकनीक है। भारत और विदेशों के कई बड़े सेंटर रोबोटिक नी रिप्लेसमेंट सर्जरी कर रहे है। रोबोटिक तकनीक के अन्य फायदे हैं-
 छोटा और सटीक चीरा ,कम दर्द ,हड्डी का कम नुकसान ,रक्त की कम हानि ,जोड़ का एलाइनमेंट प्राकृतिक जोड़ जैसा, जोड़ का जीवनकाल अधिक होना है. सर्जरी के कुछ घंटों के भीतर मरीज चलने लग जाता है। पारंपरिक तकनीक की तुलना में रिकवरी का समय तेजी से कम हो जाती है।
हम यह भी जानते हैं कि रोबोट मानव हित के सभी क्षेत्रों में जिसमें चिकित्सा क्षेत्र भी शामिल है. बहुत
अच्छा काम कर रहे हैं। रोबोटिक तकनीक से मरीजों की घुटने के ऑपरेशन के बाद दैनिक दिनचर्या के
कामकाज में पूर्व जैसी स्फूर्ति महसूस होगी। सर्जरी के बाद संपूर्ण रूप से घुटने की तकलीफ का निवारणहोता है। सभी लाभों को देखते हुए हमारे शहर जयपुर में ही इस अत्याधुनिक सुविधा का लाभ मरीजों को मिलेगा और उन्हें दिल्ली, अहमदाबाद, चेन्नई आदि बड़े शहरों में नहीं जाना पड़ेगा। इस मशीन की कीमत तीन से चार करोड़ रुपये है।