जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

राजस्थान में कांग्रेस की नई सहप्रभारी सचिव अमृता धवन ने सचिन पायलट मामले में एक्शन को लेकर जल्दबाजी नहीं करने के संकेत दिए हैं। धवन ने कहा कि हम बोलने पर दूसरी पार्टियों की तरह सीधे तलवार चलाकर गर्दन नहीं काटते। सबको सुनते हैं। अमृता धवन जयपुर के खासाकोठी ​होटल में मीडिया से बातचीत कर रही थीं।

सचिन पायलट के मुद्दे पर अमृता धवन ने कहा- किसी के मन में पीड़ा है तो कोई भी बात कह सकता है। अपनी बात रख सकता है, हमें पार्टी ने कांग्रेस को मजबूत बनाने के लिए हैंड्स बनाकर भेजा है। पार्टी प्लेटफार्म पर आप जितना चाहे उतना कह सकते हैं। मौका सबको दिया जाता है। सबको सुना जाएगा। हमारी पार्टी बीजेपी और दूसरी पार्टियों की तरह नहीं है कि बोलो तो सीधे तलवार से गर्दन ही कटेगी, ऐसा हम नहीं करेंगे, हम सबको सुनेंगे।

मतभेद तो परिवार में भी होते हैं
धवन ने कहा- पार्टी में मतभेद और डिफरेंस ऑफ आॅपिनियन होते हैं। मतभेद घर में भी होते हैं। परिवार में भी तो बच्चों के विचार कई बार मां बाप से अलग हो सकते हैं। पार्टी भी परिवार की तरह है। ओपिनियन अलग हो सकते हैं, लेकिन मिलकर ही चुनाव लड़ेंगे । कांग्रेस पार्टी एक परिवार है। हम सबसे मिलेंगे, सबके मन की बात को सुनेंगे।

आम आदमी पार्टी दिल्ली में एक्सपोज हो चुकी
धवन ने कहा- आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में लोगों को भ्रमित किया गया। उनका पर्दा उतर चुका है। झूठे आरापे लगाकर सरकरर में आए, पिछले आठ साल में एक आरोप साबित नहीं कर पाए। आज दिल्ली में आठ साल हो गए, एक भी करप्शन के मामले का सबूत सामने नहीं ला पाए। चुनाव जीतने के लिए किसी को कुछ भी आरोप लगाते रहे हैं। दिल्ली में नूरा कुश्ती चल रही है।

आम आदमी पार्टी का मॉडल टिकाऊ नहीं
दिल्ली में जिस तरह से शराब घोटाला सामने आया, शराब नीति के नाम पर लोगों ने देखा है दिल्ली की सरकार एक्सपोज हो चुकी है। अब उनके पास वह आधार नहीं बचा है कि वह दूसरे प्रदेश में जाकर चुनाव जीत सके। दिल्ली में इन्होंने सब्सिडी बंद कर दी। जब आप ने दिल्ली में सब्सिडी बंद कर दी तो दूसरे प्रदेशों में सब्सिडी क्या देंगे? उनका मॉडल टिकाऊ मॉडल नहीं है वह छोटे समय के लिए चुनावी फायदे का मॉडल है।

महिला कार्यकर्ता भी चुनाव जीत सकती हैं, हमें नजरिया बदलना होगा

यूपी की तरफ राजस्थान में महिलाओं को 40 फीसदी टिकट देने के सवाल पर धवन ने कहा कि राजस्थान में हम अपना संघर्ष करेंगे। यूपी में प्रियंका गांधी ने लड़की हूं लड़ सकती हूं का नारा देकर इसे साकार भी किया। बहुत सारी हमारी बहने चुनाव लड़ी हैं। राजस्थान अपने आप में वाइब्रेंट स्टेट है। हमारी बहुत सारी महिला साथी हैं जो काफी समय से काम कर रही हैं। महिला विधायक भी हैं। अब वह वक्त आ गया है कि महिलाओं के साथ जो विनेबिलिटी फैक्टर नहीं जोड़ते हैं कि शायद महिलाएं तो नहीं जीतेगी वह बदलने का वक्त आ गया है। अब हमारी महिला कार्यकर्ता भी जिताऊ हैं।