अलवर ब्यूरो रिपोर्ट।  

अलवर में मुख्यमंत्री राहत कैंप में अभी भीड़ है। जिला अस्पताल परिसर में एक दिन पहले कलेक्टर ने नगर परिषद कमिश्नर को फटकार लगाते हुए कुर्सी, पानी व छाया का पूरा इंतजाम करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद यह व्यवस्था सुचारु हो गई।

लेकिन यहां जरूरत के अनुसार रजिस्ट्रेशन की रफ्तार नहीं है। तभी तो तीन दिन से लगातार आ रही महिला 500 रुपए में गैस सिलेंडर की योजना का लाभ लेने के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं करा सकी है।

सुनिए क्या कहा महिला ममता खींची ने ​​​

कैंप में आई महिला ममता ने बताया- मैं सुगनाबाई धर्मशाला के पास से आई हूं। गुरुवार सुबह 8 बजे आ गई थी। अब 11 बजे भी लाइन में लगी हूं। लेकिन मेरा नंबर नहीं आया है। बीच-बीच में दूसरे लोग आकर टोकन ले जाते हैं।

पहले दो दिन तक टोकन लेने की बारी नहीं आई। कुछ लोग बीच में आकर टोकन लेते हैं। उसके बार पहले से आए लोगों की टोकन की बारी नहीं आती है। अब दुबारा से लाइन में लगी हूं। सुबह से चाय तक नहीं पीकर आए।

मैं तीन दिन से आ रही हूं। लेकिन 500 रुपए रसोई गैस वाले सिलेंडर का रजिस्ट्रेशन नहीं करा सकी हूं। मेरी तरह और भी महिलाएं हैं। जिनको कई घंटे तक लाइन में लगना पड़ा है। प्रशासन को यहां रजिस्ट्रेशन की रफ्तार को बढ़ाने की जरूरत है।

एक दिन में 200 रजिस्ट्रेशन

शिवर के इंचार्ज जेईएन कृष्ण कुमार ने बताया कि एक दिन में 200 टोकन देते हैं। सुबह साढ़े नौ बजे टोकन देते हैं। शाम को जरूरत पड़ती है तो दुबारा टोकन देते हैं। लेकिन अभी भीड़ अधिक है। वैसे व्यवस्थाएं पूरी हैं। पानी, कुर्सी व छाया का इंतजाम है। अभी भीड़ रहती है।