जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

राजस्थान में बढ़ रहे क्राइम को रोकने के लिए पुलिस लगातार एक्शन में है। सोमवार मंगलवार की रात 30 जिलों के एसपी ने एक साथ बदमाशों के ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान बड़ी संख्या में अवैध हथियार, मादक पदार्थ और चोरी की गाड़ियां मिली हैं। 1500 से ज्यादा वांटेड और आदतन अपराधियों को गिरफ्तार किया।

एडीजी क्राइम दिनेश एमएन ने बताया- पिछले कुछ समय से रेंज में छापेमारी की जा रही थी। बदमाश पकड़े जा रहे थे। इसका फीडबैक सीएमओ तक जा रहा है। सरकार चाहती है कि एक साथ पूरे राज्य में पुलिस की टीमें बदमाशों को पकड़ने के लिए छापेमारी करे।

दिनेश एमएन ने बताया- इस पर देर रात सभी जिलों और कमिश्नर को इस रेड की जानकारी दी गई। रेड के दौरान पुलिस अधीक्षक-डीसीपी अपनी पुलिस फोर्स के साथ बदमाशों के ठिकानों पर पहुंचे। उनके घर को सर्च किया गया। करीब 1500 से ज्यादा आदतन और वांटेड बदमाशों को पुलिस ने पकड़ा। इस दौरान राज्यों के भी कुछ बदमाश पुलिस के हाथ लगे। जो राजस्थान में फरारी काट रहे थे।


गहलोत हाल ही में बोल चुके बदमाश सरेंडर करें वरना निस्तेनाबूद कर दिए जाएंगे

जयपुर के आरपीए (राजस्थान पुलिस अकेडमी) में हुए एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने साफ कर दिया था कि वह क्राइम को लेकर जीरो टॉलरेंस पर काम कर रहे हैं। अपराधी के साथ किसी भी प्रकार से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। अगर कोई अपराध फरार हो कर सोच रहा है कि वह बच जाएगा तो वह ध्यान में रखे की उसे समय रहते सरेंडर करना चाहिए। नहीं तो अपराधी को निस्तेनाबूद कर दिया जाएगा।

तीन जिलों में लॉ एंड ऑर्डर के कारण नहीं हुई छापेमारी

टोंक,भरतपुर और उदयपुर में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति ठीक नहीं होने के कारण इस जिले को छापेमारी से दूर रखा गया हैं। इन जिलों के एसपी को सर्च में शामिल नहीं किया गया। पुलिस अधीक्षकों को अपने जिले में रेड के दौरान आने वाले बदमाशों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। दरअसल, एक जिले में रेड होने के दौरान बदमाश दूसरे जिले में फरारी काटने चले जाते हैं।