जोधपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

प्रदेशभर मे राइट टू हेल्थ बिल को लेकर विरोध-प्रदर्शन चल रहा है। प्राइवेट के साथ रेजिडेंट डॉक्टर्स भी हड़ताल कर रहे हैं। सरकार और डॉक्टरों में टकराव थमा नहीं कि जोधपुर के एक प्राइवेट डॉक्टर का चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है। आरटीएच और डॉक्टर्स की हड़ताल को लेकर लिखी कविता में उसने सीएम को अंतिम गांधी बताया...डॉक्टर ने इसी कविता में आगे कहा कि... किसी गोडसे ने आ जाना है। कविता में राहुल गांधी, सचिन पायलट और सीएम के बेटे वैभव गहलोत पर भी निशाना साधा है।

वीडियो के सामने आने पर जब विवाद बढ़ने लगा तो डॉक्टर ने एक और वीडियो जारी कर माफी मांग ली। उसने कहा कि वह हड़ताल और मरीजों को हो रही परेशानी से आहत था।

रेडियोलॉजिस्ट है डॉक्टर, गुरुवार को अपलोड किया था
दरअसल, ये वीडियो जोधपुर के डॉक्टर सुरेंद्रमित्तल का है। पेशे से वह रेडियोलॉजिस्ट हैं और शहर के अलग-अलग प्राइवेट हॉस्पिटल्स में अपनी सेवाएं देते हैं। गुरुवार को भी जब सरकार और डॉक्टर्स के बीच सहमति नहीं बनी तो उन्होंने एक कविता शेयर की।

धमकाते हुए लहजे में वह अपनी कविता में गहलोत समेत राहुल, पायलट, वैभव गहलोत पर कमेंट करते नजर आए। इतना ही नहीं ब्यूरोक्रेसी को अंग्रेज बताते हुए धमकाया कि... "मान जा गहलोत है, डॉक्टर ही सब जन के अपने हैं... बाकी स्वार्थी बड़ा जमाना है....नहीं तो तेरी सरकार का क्यों ऐसे आना-जाना है।" वीडियो सामने आते ही डॉक्टर्स लॉबी में चर्चा का विषय बन गया। कई डॉक्टरों ने इसका विरोध किया है।

 कविता...जिसमें धमकाया गया

ऊपर राहुल को विपक्ष धो रहा है तेरा साथी पायलट रो रहा है बेटा भी करीब-करीब अयोग्य, कमजोर हो रहा है डॉक्टरों का भी तुझसे मोह खो रहा है क्या विवेक सो रहा है ? कैसे चक्रव्यूह में फंस गया है लगता है राजनीति से मन भर गया है गहलोत अंतिम गांधी बन गया है किसी गोडसे ने आ जाना है पर क्या कहे, डॉक्टरों ने तो सिखा है सदा जीवन बचाना है कोई और पीड़ा दे जाएगा, डॉक्टरों ने ही उसे बचाना है लगता है तुझे किसी ने बहकाया है, ब्यूरोक्रेसी ने कोई अंग्रेजों का रंग तुझ पर लगाया है समझदार सीएम को भी मझदार में लटकाया है मान जा गहलोत है, डॉक्टर ही सब जन के अपने है, बाकी स्वार्थी बड़ा जमाना है नहीं तो तेरी सरकार का क्यों ऐसे आना-जाना है

...और फिर दूसरे वीडियो में माफी मांगते आए नजर

इधर, पुलिस में मामला जाते देख डॉक्टर ने गुरुवार शाम को ही एक और वीडियो जारी करते हुए माफ मांगी। इसमें डॉक्टर कह रहा है कि राइट टू हेल्थ बिल के विरोध को लेकर चल रहे आंदोलन में वह भावनाओं में बह गया था और इसी के चक्कर में उसने कविता में ऐसा बोल दिया। यदि किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची हो तो माफी मांगता हूं।

दूसरे वीडियो में ये बोला डॉक्टर

मैं अपनी कांग्रेस सरकार और लॉ एंड ऑर्डर का सम्मान करता हूं। किसी भी तरह का कोई भी वीडियो किसी को राजनीतिक तौर पर प्रेरित करता हुआ लग रहा है तो ये गलत है।
मैं बहुत भावनाओं में बह गया था, जब इतना बड़ा गतिरोध चल रहा है, प्राइवेट हॉस्पिटल में डॉक्टर्स नहीं है। 12 दिनोंं से ये हालात बने हुए हैं और सीएम अवलेबल नहीं हैं। ऐसे में मेरी कुछ भावनाएं आहत हो गईं, इसके लिए मैं माफी मांगता हूं। मैंने ये गलती से डाल दिया था।
मेरे द्वारा राजनीतिक पार्टी और लॉ एंड ऑर्डर को डिस्टर्ब करने की मंशा नहीं रही है। ये एक ऐसा पीड़ादायक पल है। मरीजों को असहनीय रूप से देखा जा रहा है, जिसे पूरा राजस्थान सहन कर रहा है और अब ये पूरे भारत में आग की तरह फैल रही है।

मेरे मुख्यमंत्री और उच्च पदाधिकारी इसे जल्दी से सॉल्व करे। जिससे भी ये जुड़ा है, उनसे मैं माफी चाहता हूं। मैंने ये वीडियो किसी के दबाव में नहीं बनाया है। बल्कि ये भूलवश या आहत होकर बन गया था। मैं अपनी, आत्मा, मन और बुद्धि से हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं। मुझे क्षमा करे।

सीएम ने की थी हड़ताल खत्म करने की अपील

गौरतलब है कि कुछ दिनों पूर्व अपने जोधपुर दौरे के दौरान सीएम अशोक गहलोत ने डॉक्टरों की हड़ताल को लेकर अपील करते हुए कहा कि इनका पूरा सम्मान है। सरकार इनका सहयोग करना चाहती है। इनको हड़ताल खत्म करनी चाहिए क्योंकि पब्लिक को तकलीफ होती है। डॉक्टर को लोग भगवान मानते हैं और यह जो एक्ट बना है वह पब्लिक के हित में है।

उन्होंने ये भी कहा था कि डॉक्टरों को गलतफहमी हुई थी, उसे दूर कर दी। डॉक्टर से बात हमने की इसके बाद उन्होंने जो सुझाव दिए वह इनपुट किए। उसके बाद बिल पेश हुआ। पता नहीं डॉक्टर को क्या अनावश्यक गलतफहमी हुई, जिसकी कोई जरूरत नहीं है। अभी सरकार के दरवाजे खुले हैं। कोई गलतफहमी होगी तो दूर कर देंगे। हम चाहेंगे की प्राइवेट सेक्टर पब्लिक सेक्टर मिलकर राजस्थानवासियों की सेवा करें।

उन्होंने डॉक्टर से अपील करते हुए कहा सरकार आपकी बात सुनने को तैयार हैं। कोई गलतफहमी नहीं होनी चाहिए। इसलिए तुरंत हड़ताल खत्म करें