जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

मंगलवार को वधानसभा में शून्यकाल के दौरान भाजपा उप नेता राजेंद्र राठौड़ ने स्थगन प्रस्ताव के जरिए वकीलों की सुरक्षा का विषय उठाया। 10 दिन पहले मुख्यमंत्री के गृह लक्षेत्र में चाकुओं से गोदकर हुई वकील की हत्या का जिक्र करते हुए उन्हौने कहा कि इस मामले में विरोध कर रहे वकीलों के प्रदर्शन के कारण हजारों लोग परेशान हो रहे हैं और सैकड़ों जमानते अटक गई हैं।  राठौड़ ने सरकार को याद दिलाया कि उसने अपने चुनावी घोषणा पत्र में एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लाने का वादा किया था और इसके बाद बजट में भी इसकी घोषणा हो चुकी है। इसीलिए सरकार को इस मामले में तत्काल कार्यवाही करनी चाहिए। राठौड़ ने सदन को बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने वकीलों की सुरक्षा को राज्य सरकारों की जिम्मेदारी बताया है।