पाली-मनोज शर्मा।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से राजस्थान लगातार आगे बढ़ रहा है। आज पूरे देश में राजस्थान मॉडल की चर्चा हो रही है। प्रदेश के विकास में प्रवासी राजस्थानियों का भी महत्वपूर्ण योगदान है। गहलोत पाली में सादड़ी जैन समाज की ओर से आयोजित स्नेह सम्मेलन के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे।उन्होंने कहा कि पहले राजस्थान का नाम लेते ही रेगिस्तान, सूखा जैसे शब्द दिमाग में आते थे, लेकिन आज स्थितियां काफी अलग हैं। इंदिरा गांधी नहर का पानी जोधपुर तक पहुंच रहा है। 
राज्य का एक बड़ा हिस्सा नहर से लाभान्वित हो रहा है। प्रदेश में रिफाइनरी के साथ-साथ ही पेट्रो केमिकल कॉम्प्लेक्स बन रहा है,जिससे औद्योगिकीकरण को बढ़ावा मिलेगा। दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का निर्माण हो रहा है, जो औद्योगिक इकाइयों को सीधे बंदरगाह से जोड़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सोलर एनर्जी उत्पादन में राजस्थान देश में पहले स्थान पर है। राज्य सरकार ने उद्योगों की स्थापना के लिए सिंगल विंडो सिस्टम शुरू किया है। नया एमएसएमई कानून बनाया गया है, जिससे जरूरी अनुमतियां मिलने में सुगमता हो रही है। राज्य सरकार की निवेश हितैषी नीतियों के कारण अक्टूबर माह में आयोजित इन्वेस्ट राजस्थान समिट में 11 लाख करोड़ के एमओयू साइन हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पाली में लगातार विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। जवाई बांध पुनर्भरण के लिए 3 हजार करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है ताकि क्षेत्र में पानी की समस्या दूर की जा सके। उन्होंने कहा कि इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के माध्यम से क्षेत्र में औद्योगिक विकास को गति मिल रही है। यहां के सड़क तंत्र को और अधिक मजबूत बनाया जा रहा है। 4 जनवरी से शुरू हो रही राष्ट्रीय स्काउट एवं गाइड जम्बूरी भी जिले के रोहट में आयोजित होने जा रही है। राजस्थान सभी क्षेत्रों में अव्वल गहलोत ने राज्य सरकार की योजनाओं ने समाज के हर वर्ग को राहत देने का कार्य किया है। बुजुर्गो, निशक्तजनों, विधवाओं सहित एक करोड़ लोगों को पेंशन दी जा रही है। राज्य में 211 कॉलेज खोले गए हैं, जिनमें 94 गर्ल्स कॉलेज हैं। 500 बालिकाओं के नामांकन पर कॉलेज खोलने का निर्णय राज्य सरकार ने किया है। इन्हीं प्रयासों का परिणाम है कि आज उच्च शिक्षा में लड़कियों का नामांकन लड़कों से अधिक हो गया है। लगभग 3.50 लाख सरकारी नौकरियां देने का कार्य राज्य सरकार कर रही है। महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोले गए हैं, ताकि वंचित तबके के विद्यार्थी अंग्रेजी माध्यम में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा निःशुल्क प्राप्त कर सकें है। सामाजिक सुरक्षा पेंशन, पालनहार योजना, मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना सरकार की महत्वपूर्ण योजनाएं हैं। इससे जरूरतमंदों को आगे बढ़ने के अवसर मिल रहे हैं।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में अग्रणी राजस्थान।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र की योजनाओं से राज्य देश में मॉडल स्टेट बना है। मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में 10 लाख रुपये तक का निःशुल्क इलाज कराया जा रहा है। हार्ट, लीवर, किडनी ट्रांसप्लांट, कोक्लियर इम्प्लांट में सम्पूर्ण खर्च राज्य सरकार वहन कर रही है। दवाइयां और जांचें निःशुल्क उपलब्ध हो रही हैं। साथ ही, 5 लाख रुपये के दुर्घटना बीमा से विपरीत परिस्थितियों में सम्बल प्रदान किया जा रहा है।
राज्य में कोविड महामारी के दौरान हुआ शानदार प्रबंधन।
गहलोत ने कहा कि कोरोना महामारी में राज्य में शानदार प्रबंधन किया गया। यहां के भीलवाड़ा मॉडल की देशभर में सराहना हुई। राज्य सरकार द्वारा कोई भूखा ना सोए के संकल्प के साथ राज्य में सभी जरूरतमंद लोगों के लिए भोजन का प्रबंध किया गया। प्रदेश में सर्वेक्षण के माध्यम से 30 लाख से अधिक अति निर्धन लोगों की पहचान कर उनके निर्वहन की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा की गई। कोविड महामारी में महंगे इंजेक्शन व दवाइयां आमजन को निःशुल्क उपलब्ध करवाई गई। ऑक्सीजन की कमी से राज्य में कोई जनहानि नहीं हुई। उन्होंने कहा कि रोज कमाकर खाने वाले मजदूरों, ठेले वालों आदि को राज्य सरकार द्वारा आर्थिक सहायता दी गई।
सादड़ी ने महाराणा को भामाशाह दिए।
समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि मेवाड़ की रक्षा के लिए महाराणा प्रताप को सर्वस्व दान करने वाले भामाशाह का सम्बन्ध सादड़ी से है। भामाशाह का नाम आज एक उपाधि बन चुका है, यह सादड़ी के लिए गर्व की बात है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सादड़ी के जैन समाज का देश के विभिन्न राज्यों की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान है।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने माय सादड़ी एप भी लॉन्च किया। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने रणकपुर पहुंचकर जैन मंदिर में दर्शन दिए। मुख्यमंत्री ने मार्ग में रूककर आमजन से मुलाकात भी की। इस अवसर पर रीको अध्यक्ष  कुलदीप रांका, पूर्व सांसद  बद्रीराम जाखड़, राजस्थान जन अभाव अभियोग निराकरण समिति के अध्यक्ष  पुखराज पाराशर, पुलिस महानिरीक्षक जोधपुर पी.रामजी, जिला पुलिस अधीक्षक  गगनदीप सिंगला,अतिरिक्त जिला कलेक्टर  जब्बरसिंह, यूआईटी सचिव  वीरेन्द्रसिंह चौधरी,  सीईओ स्काउट  दीप्ति शर्मा, बाली उपखण्ड अधिकारी सुश्री धायगुडे स्नेहल नाना, समाजसेवी केवलचंद गुलेच्छा, महावीरसिंह सुकरलाई आदि उपस्थित रहे। प्रारम्भ में सादड़ी समाज चेयरमैन प्रदीप राठौड़, के. एल. राठौड़, फतहचंद रांका आदि ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।