जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति और सरकार के बीच मंगलवार को करीब 7 घंटे तक चली बैठक सकारात्मक तो रही, लेकिन कोई फैसला या सहमति नहीं बन सकी। अब इसके लिए बुधवार को फिर से शाम 5 बजे से गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति और सरकार के बीच वार्ता होगी, जिसमें सरकार यह फैसला लेगी कि गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति की किन मांगों को माना जाए और किन मांगों को नहीं माना जाए। दूसरे दौर की वार्ता के बाद  गुर्जर नेता विजय बैंसला ने कहा कि जब तक लिखित में कोई फैसला नहीं हो जाता, हम वार्ता का रिजल्ट शून्य मान रहे हैं। वार्ता में सरकार की तरफ से शामिल अशोक चांदना ने कहा कि लगभग सभी मांगों पर सहमति बन गई है। एक मांग पर सहमति बननी बाकी है। बुधवार को तीसरे दौर की होने वाली बैठक में उस पर भी फैसला हो जाएगा। दूसरे दौर की वार्ता के बाद संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय बैंसला ने कहा कि हमने हमारी जो मांग थी वह सरकार के सामने सोमवार को ही रख दी थी। अब सरकार को उन मांगों को पूरा करना है। हम किसी व्यक्ति विशेष के लिए यहां पर नहीं आए हैं। हमारे नौजवानों युवाओं की मांगें हैं। उन मांगों को सरकार को पूरा करना है। मंगलवार को दूसरे दौर की वार्ता भी हुई। 7 घंटे से ज्यादा हमने चर्चा की, लेकिन अभी भी कुछ मांगें हैं जिन पर सहमति बाकी है। बैंसला ने कहा कि हम उम्मीद कर रहे हैं कि सरकार हमारी जो मांगें हैं, उन्हें पूरा करेगी। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार की ओर से कुछ लिखित में नहीं आ जाता, तब तक हम यह मानते हैं कि हमारी वार्ता का रिजल्ट शून्य है। बुधवार शाम को 5 बजे के लिए बोला है कि वह फिर से हमारी मांगों को लेकर कुछ फैसला करेंगे। हम उम्मीद कर रहे हैं कि सरकार कुछ फैसला करे और सरकार के मंत्री ही मीडिया को बताएं कि उनका क्या निर्णय है। दूसरे दौर की वार्ता में कुछ सकारात्मक नहीं होने पर जब विजय बैंसला से पूछा गया कि क्या राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का विरोध का निर्णय अभी तक यथावत है। इस पर विजय बैंसला ने कहा कि हम अभी सरकार के पास इस बंद कमरे में वार्ता कर रहे हैं। जब तक यहां से कोई सकारात्मक लिखित में फैसला नहीं हो जाता, तब तक हमारा भारत जोड़ो यात्रा को लेकर वही निर्णय है जो पहले था। बैंसला ने कहा कि बुधवार को अगर सरकार हमारी मांगों को पूरा कर देती है तो हम हाथी पर बिठाकर राहुल गांधी का स्वागत करेंगे, लेकिन अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो विरोधी उसी पुरजोर तरीके से किया जाएगा।
सिर्फ एक मांग पर सहमति बाकी।
मंत्रिमंडल सब कमेटी में शामिल गहलोत सरकार के मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि दूसरे दौर की वार्ता सकारात्मक रही। सबके चेहरे खिले हुए हैं, इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि वार्ता किस माहौल में चल रही है। एक बिंदु पर कुछ कानूनी अड़चन है, जिसको लेकर हम लगातार चर्चा कर रहे हैं। बुधवार शाम को 5 बजे होने वाली बैठक में सब बिंदुओं पर सहमति बन जाएगी और सकारात्मक निर्णय इस बैठक से निकलेगा। चांदना ने कहा कि किन-किन बिंदुओं पर सहमति बनी अभी वह कहना मुश्किल है, लेकिन अच्छे माहौल में वार्ता हो रही है। सिर्फ और सिर्फ एक बिंदु पर सहमति बननी बाकी है। उसको लेकर भी जल्दी सहमति बना ली जाएगी।
ये हैं मांगें।
बैठक में प्रक्रियाधीन एवं बैकलॉग भर्ती के साथ रीट भर्ती परीक्षा के 233 अभ्यर्थियों के प्रकरण में चर्चा हुई। गुर्जर आरक्षण आंदोलन के दौरान पेंडिंग केसेस, देवनारायण छात्रवृत्ति एवं गुरुकुल योजना, एमबीबीएस कोर्स में ट्यूशन फीस के साथ 2019 और 2020 में संघर्ष समिति के साथ सरकार के हुए समझौते की पालना को लेकर चर्चा हुई।