जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 
जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने कहा कि जिले में बाल श्रम की रोकथाम के लिये पुलिस, जिला प्रशासन, बाल संरक्षण ईकाई और बाल श्रम से जुड़ी स्वयंसेवी संस्थाएं मिलकर प्रभावी कार्यवाही करें। राजपुरोहित ने कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला बाल श्रम टास्क फोर्स कमेटी की बैठक के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन मुक्त कराये गये बाल श्रमिकों एवं नियोजकों की पहचान, संबंधित दस्तावेज उपलब्ध कराने सहित हर महीने दर्ज प्रकरणों की सूचना श्रम विभाग को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। बैठक में बाल श्रम रोकथाम में बाल कल्याण समिति की भूमिका एवं बाल श्रमिकों का संरक्षण व गृह स्थान पर पहुंचाने की व्यवस्था, उनके पुनर्वास सहित कई बिन्दुओं पर चर्चा की गई। बैठक में जिला कलक्टर ने बाल श्रम के प्रकरणों की सूचना पेन्सिल पोर्टल पर भी दर्ज करने के निर्देश दिये। इसके साथ ही बाल श्रम की रोकथाम से जुड़ी संस्थाओं से भी चर्चा की। 
बन्धुआ श्रम के विरूद्ध दिसम्बर में होगा ज्वाइन्ट रेस्क्यू ऑपरेशन।
जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित जिला स्तरीय समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुये कहा कि बन्धुआ श्रम के मामले में समरी ट्रायल की कार्यवाही कर परिवादों का निस्तारण और उपखण्ड स्तरीय सतर्कता समिति का पुर्नगठन करवाया जाए। इसके साथ ही बन्धक श्रम सर्वे हर 6 माह के भीतर आयोजित किया जाए। बैठक में कलक्टर ने कहा कि दिसम्बर माह में बन्धुआ श्रम के विरूद्ध ज्वाइन्ट रेस्क्यू ऑपरेशन प्रारम्भ किया जायेगा।बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (दक्षिण) मोहम्मद अबूब्रक, बाल कल्याण समिति के सदस्य, बाल श्रम निवारण से जुड़ी स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारियों सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।