जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पहल पर शहर में रहने वाले ज़रूरतमंद, ग़रीब, बेरोज़गार परिवारों की आजीविका तथा उनके जीवनस्तर में सुधार लाने के लिए उन्हें मनरेगा योजना की तर्ज पर 100 दिन का रोज़गार उपलब्ध करवाया जा रहा है। इस योजना के अन्तर्गत रोजगार प्राप्त कर चुकी,जिला अजमेर चौरासीवास, निवासी बादामी देवी और शहनाज अपने अभावग्रस्त जीवन को पीछे छोड़कर सम्मान के साथ जीवन यापन कर रही हैं। बादामी बताती हैं कि इन्दिरा गाँधी शहरी रोज़गार गारंटी योजना से उन्हें रोजगार मिला है। इससे पहले उनके पास कोई काम नहीं था, पति का देहान्त हो जाने और कोविड के कारण बादामी के घर की आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो गयी थी, आय का कोई अन्य जरिया अब उनके पास नहीं होने से जीवनयापन अत्यंत कठिन हो गया था।
शहनाज की मुश्कीलें भी हुई दूर।
इसी प्रकार अजमेर निवासी शहनाज  ने बताया कि उनके पति को शराबखोरी की लत थी । आर्थिक तंगी के चलते दो वक्त का भोजन जुटाना भी मुश्किल हो गया था। शहनाज को अपने आस-पास रहने वाले लोगों से पता चला कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शहरी गरीबों के लिए रोजगार योजना लेकर आये हैं। इस योजना से शहनाज ने रोजगार के लिए आवेदन किया। आवेदन के 15 दिन बाद ही उन्हें 100 दिन का काम मिल गया ।जहां उन्हें प्रतिदिन के 259 रुपए दैनिक मजदूरी मिलती है। मजदूरी का भुगतान सीधे उनके खाते में हर पखवाड़े आ जाता है। योजना के लिए शहनाज ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का तहेदिल से शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही यह योजना गरीब ,जरुरतमंद के लिए बेहतरीन योजना जिससे आत्म सम्मान के साथ जीवनयापन सुगमता से किया जा रहा है।
आवेदन के 15 दिन में मिला काम।
योजना के तहत बादामी को आवेदन करने के 15 दिन बाद ही जल संरक्षण के अंतर्गत 100 दिन का काम मिल गया और वह श्रमिक मजदूर के रुप में काम करने लगी जहां उन्हें प्रतिदिन 259 रुपए दैनिक मजदूरी मिलती थी जो हर पखवाडे़ सीधे खाते में आ जाती थी । जिससे उन्हें घर का खर्च चलाने में काफी आसानी होने लगी और बादामी अपना जीवन सुख-शांति के साथ व्यतीत करने लगी । बादामी देवी ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की इस योजना से उन्हें ऐसी कठिन परिस्थिति में रोजगार मिला है  इसके लिए राज्य सरकार का तहे दिल से आभार ।