अजमेर ब्यूरो रिपोर्ट।
राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा माध्यमिक शिक्षा विभाग में प्राध्यापक पदों के लिए प्रतियोगी परीक्षा का आयोजन 11 से 21 अक्टूबर 2022 तक किया जाएगा। परीक्षा केंद्रों पर विशेष सतर्कता व जांच व्यवस्था तथा पुलिस निगरानी के संबंध में वीडियों कांफ्रेंसिंग के माध्यम से विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए। आयोग सचिव एचएल अटल ने बताया कि परीक्षा के लिए लगभग 6 लाख 19 हजार अभ्यर्थी पंजीकृत किए गए हैं। परीक्षा आयोजन संबंधी व्यवस्थाओं को इस बार और संवर्धित किया गया है। समुचित समन्वय तथा पूर्ण मॉनिटरिंग के लिए इस बार 6 केंद्रों पर एक उप समन्वयक के स्थान पर प्रत्येक 3 केंद्रों पर 1 उप समन्वयक नियुक्त किया जाएगा। इसी प्रकार वीक्षकों की संख्या तथा सतर्कता दलों की संख्या में भी बढोतरी की गई है। इसके अतिरिक्त वीडियोग्राफी तथा केंद्रों पर कार्मिकों की नियुक्ति कम्प्यूटर के माध्यम से रेंडमली करने की व्यवस्था भी की गई है। उन्होंने बताया कि परीक्षा सुव्यवस्थित, शांतिपूर्वक एवं सुचारू रूप से आयोजित हो इसको लेकर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से विचार-विमर्श किया गया। इस दौरान अजमेर, भरतपुर, बीकानेर, जयपुर, जोधपुर, कोटा, उदयपुर, अलवर एवं श्रीगंगानगर के प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ परीक्षा सामग्री की सुरक्षा, केंद्रों पर निगरानी तथा अन्य विभिन्न सुरक्षा इंतजामों को लेकर चर्चा की गई। अटल ने कहा कि परीक्षा केंद्रों पर प्राथमिकता से मूल आधार कार्ड से पहचान सुनिश्चित की जाएगी। आधार कार्ड नहीं होने की स्थिति में अन्य मूल फोटो पहचान-पत्र यथा मतदाता पहचान-पत्र, पासपोर्ट ड्राइविंग लाइसेंस आदि से पहचान सुनिश्चित की जाएगी। मूल पहचान-पत्र के अभाव में परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
प्रत्येक केंद्र पर 2 वीडियोग्राफर, मेटल डिटेक्टर से जांच के बाद ही केंद्र में मिलेगा प्रवेश।
उन्होंने बताया कि परीक्षा की निष्पक्षता, गोपनीयता व सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर हैंड हेल्ड मेटल डिटेक्टर से पूर्णतया जांच के बाद ही अभ्यर्थियों को प्रवेश दिया जाएगा।  इस कार्य के लिए फ्रिस्किंग दक्ष व प्रशिक्षित पुलिस कार्मिकों को नियुक्त किया जाएगा। परीक्षा आयोजन से जुडे कार्मिकों को भी केंद्र में मोबाइल या अन्य कोई इलैक्ट्रॉनिक गैजेट के साथ प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। सम्पूर्ण परीक्षा आयोजन की वीड़ियोग्राफी के लिए प्रति परीक्षा केंद्र 2 वीडियोग्राफरों की नियुक्ति पुलिस वेरीफिकेशन के बाद की जाएगी। वीडियोंग्राफरों द्वारा परीक्षा के प्रत्येक प्रमुख चरण की वीडियोग्राफी विशेषतः की जाएगी।
सतर्कता दलों में प्रशासन व पुलिस अधिकारी।
अटल ने बताया कि प्रत्येक 6 परीक्षा केंद्रों के लिए एक सतर्कता दल का गठन जिला मजिस्ट्रेट एवं जिला कलक्टर द्वारा किया जाएगा। इन 3 सदस्यों के दल में राजस्थान प्रशासनिक सेवा, पुलिस सेवा के अधिकारी तथा एक जिला शिक्षा अधिकारी स्तर के शिक्षाविद को नियुक्त किया जाएगा। संबंधित जिले में परीक्षा केंद्रों की सम्पूर्ण पुलिस व्यवस्था के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को नोडल अधिकारी नियुक्त जाएगा। इसके अतिरिक्त क्षेत्र के थानाधिकारी एवं वृताधिकारी द्वारा भी परीक्षा केंद्रों पर तैनात पुलिस बलों के साथ पूर्ण निगरानी रखी जाएगी। परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा सामग्री तथा परीक्षा के बाद जिला मुख्यालय से आयोग कार्यालय तक परीक्षा सामग्री का परिवहन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में किया जाएगा। परीक्षा दौरान पुलिस बल द्वारा आस-पास के क्षेत्र की निगरानी तथा आवश्यकता पडने पर कंप्यूटर, लैपटॉप व संचार उपकरणों की जांच भी की जाएगी।
केंद्राधीक्षक लाटरी सिस्टम से नियुक्त करेंगे कक्षों में वीक्षक।
उन्होंने बताया कि सभी परीक्षा केंद्रों पर प्रत्येक 24 अभ्यर्थियों पर 2 अभिजागरों को नियुक्त किया जाएगा। राजकीय परीक्षा केंद्रों पर 50 प्रतिशत अभिजागर अन्य राजकीय संस्थाओं से एवं निजी परीक्षा केंद्रों पर प्रत्येक परीक्षा कक्ष में एक 1 राजकीय अभिजागर की अनिवार्यता के साथ 75 प्रतिशत तक राजकीय अभिजागर जिला कलक्टर व समन्वयक के स्तर पर नियुक्त किए जाएंगे। इसके लिए शिक्षकों का कम्प्यूटरीकृत रेंडमाइजेशन करते हुए परीक्षा तिथि से 3 दिन पूर्व परीक्षा केंद्रों का आवंटन कर नियुक्त किया जाएगा। परीक्षा केंद्रों पर भी केंद्राधीक्षक के द्वारा परीक्षा कक्षा का आवंटन अभिजागर/वीक्षकों को लॉटरी सिस्टम से किया जाएगा। इस प्रक्रिया की वीडियो रिकार्डिंग भी करवाई जाएगी। प्रत्येक 3 केंद्रों पर जिला शिक्षा अधिकारी व समकक्ष स्तर के एक उप समन्वयक भी नियुक्त किए जाएंगे। इनके द्वारा परीक्षा तिथि से एक दिन पहले आवंटित परीक्षा केंद्रों की व्यवस्था का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया जाएगा।