जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश सरकार की नीतियों से राजस्थान में निवेश हेतु आदर्श परिस्थितियां तैयार हुई है। उन्होंने कहा कि राज्य में उद्यमिता को प्रोत्साहन देने व उद्योग लगाने के लिए उचित सहयोग देने का कार्य राज्य सरकार द्वारा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की राष्ट्रीय परिषद की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसी भी देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में उद्योग की बहुत बड़ी भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में ज्यादा से ज्यादा उद्योग स्थापित करने व निवेश लाने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम तथा वन स्टॉप शॉप जैसे सुधारात्मक निर्णय लिए गए हैं। इससे उद्यमियों व सरकार के बीच समन्वय बढ़ा है व आवश्यक अनुमतियां मिलना आसान हुआ है।
कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व के तहत उपलब्ध होने वाले सहयोग का भी राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक व्यक्ति को सामाजिक सुरक्षा उपलब्ध करवाने की नीति के सफल क्रियान्वयन में योगदान रहता है। गहलोत ने कहा कि देश में महंगाई और बेरोजगारी वर्तमान में बड़ी समस्या है तथा इसके निवारण में औद्योगिकीकरण की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के प्रबंधन में उद्यमियों ने आगे बढ़कर योगदान दिया। गहलोत ने कहा कि प्रदेश में उद्योग की असीम संभावनाएं है। विकसित सड़क तंत्र के साथ ऊर्जा के क्षेत्र में भी राज्य ने शानदार प्रगति की है। 
राज्य सरकार द्वारा पहली बार पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया गया है। रिफाइनरी लगने से पेट्रोकेमिकल्स के क्षेत्र में प्रदेश में संभावनाएं बढ़ी है। उन्होंने कहा कि राज्य में सुदृढ़ कानून व्यवस्था भी इसे औद्योगिक निवेश के लिए उपयुक्त स्थान बनाती है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए उद्यमियों से संवाद किया तथा प्रदेश में कारोबार से जुड़े विभिन्न प्रश्नों का उत्तर दिया। इस दौरान उद्योग मंत्री शकुंतला रावत, मुख्य सचिव उषा शर्मा, सीआईआई के पदाधिकारियों सहित देशभर से आए उद्योगपति उपस्थित रहे।