जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री  टीकाराम जूली ने कहा कि विद्यार्थियों की समस्या को ध्यान में रखते हुए आवेदन प्रक्रिया को अधिक सरलीकृत, पारदर्शी व सुगम बनाने के दृष्टिकोण से उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के नये मोबाइल ऐप एवं मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना पोर्टल के नवीन स्वरूप की शुरुआत की गई है। जूली ने कहा कि उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के मोबाइल ऐप के माध्यम से विद्यार्थी द्वारा अपने मोबाइल से स्वयं द्वारा ही त्रुटि रहित आवेदन ऑनलाइन करना,आवेदन का स्टेटस ज्ञात करना,आवेदन में अंकित आक्षेप की तत्काल पूर्ति करना संभव हो सकेगा। इसी प्रकार विश्वविद्यालय एवं शिक्षण संस्थानों द्वारा भी इस ऐप के माध्यम से आवेदन पत्रों का तत्काल सत्यापन कर विभाग को अग्रेषण किया जाना संभव हो सकेगा। उन्होंने बताया कि उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत विद्यार्थियों को आवेदन करने, आवेदन में अंकित आक्षेप पूर्ति करने तथा अपनी छात्रवृत्ति का स्टेटस जानने के लिए ई मित्र अथवा कंप्यूटर के सहयोग की आवश्यकता होने के कारण कठिनाई आ रही थी। जूली ने बताया कि मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना के तहत नवीन पोर्टल में किए गए प्रावधानों के अनुसार विद्यार्थी के दस्तावेज यथा जाति प्रमाण पत्र, मूल निवास प्रमाण पत्र, आय घोषणा पत्र, शैक्षणिक दस्तावेज यथासंभव दस्तावेज जारी करने वाली एजेंसी के डिजिटल डेटाबेस से प्राप्त कर सत्यापित किए जाएंगे। साथ ही ऐसे आवेदन पत्रों को बिना मानवीय सत्यापन के अनुमोदित किया जाएगा, जिससे मानवीय सत्यापन के माध्यम से लगने वाले समय को कम किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा आवेदन पत्रों के सत्यापन, अनुमोदन की प्रक्रिया को सरलीकृत करते हुए पोर्टल के नवीन स्वरूप की शुरुआत की गई है। उल्लेखनीय है कि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के सुदृढ़ीकरण एवं प्रभावी क्रियान्वयन हेतु विभागीय जिला स्तरीय अधिकारियों के लिए आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में जूली द्वारा उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के मोबाइल ऐप एवं मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना पोर्टल के नवीन स्वरूप का अनावरण किया गया।