कोटा-हंसपाल यादव।
कोटा राष्ट्रीय मेला दशहरा मेले मे 5 अक्टूबर को रावण दहन किया जाएगा। रावण का 75 फीट का पुतला बनकर तैयार है। वहीं कुंभकर्ण और मेघनाद के 50 फीट के पुतले भी अब आराम की मुद्रा में हैं। पुतला निर्माण कर रहे दिल्ली के अनीश ठेकेदार ने बताया कि इस बार रावण को थ्री डी लुक में तैयार कराया गया है। रावण खड़ा होने के बाद उसकी झालर कुर्ते की तरह हिलती हुई नजर आएगी।इसकी सजावट में थ्री डी इफेक्ट डाला गया है। जो हर तरफ से एक सा नजर आएगा। वहीं हर बार की तरह रावण गर्दन घुमाने, तलवार चलाने, पलकें हिलाने, होंठ हिलाने जैसे मूवमेंट भी करेगा। अनीश ठेकेदार ने बताया कि रावण को बनाने में डेढ़ क्विंटल रद्दी, 1 हजार बांस, 2 क्विंटल सूतली, डेढ़ क्विंटल मैदा, 70 किलो टाट और 1 क्विंटल कलर पेपर का प्रयोग किया गया है। कारीगर की 15 लोगों की टीम एक महीने से लगी हुई है। कारीगर दिल्ली से 5 सितम्बर को कोटा पहुंच गए थे। 
आज डटेगा दहन स्थल पर।
महापौर मंजू मेहरा ने बताया कि रावण के पुतले को 4 अक्टूबर को खड़ा किया जाएगा। इसके लिए तीन क्रेन लगाई जाएगी। जिसमें एक हाइड्राॅ क्रेन लगाई जाएगी। यह कार्य सुबह 8 बजे शुरू होगा। जिसमें करीबन 12-13 घंटे लगेंगे। पेड़े पर खड़ा करने के लिए 150 मजदूरों की जरूरत होगी। 
रावण का धड़ घर जैसा लग रहा।
रावण का पुतला फिलहाल टुकड़ों में बना हुआ है। जिसमें 15 फीट का सिर, 35 फीट का धड़, 5 फीट का ताज, 20 फीट के पैर और 15 फीट का लहंगा है। रावण का धड़ जमीन पर लेटा हुआ ऐसे लग रहा है, जैसे किसी का घर हो। रावण की जूतियाँ नदी में तैरती नाव जैसी लग रही है। रावण की सुरक्षा में निगम के द्वारा 6 जवान तैनात किए गए हैं। 

4 पीढी से बना रहे पुतले।
रावण का पुतला बनाने वाले कारीगर अनीश का परिवार 4 पीढ़ियों से यही काम कर रहा है। वे कोटा में 2019 के बाद पहली बार आए हैं। कोटा के अलावा उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली और राजस्थान में अन्य स्थानों पर भी पुतला निर्माण का काम चल रहा है।